''मैं आम नागरिक की तरह जीना चाहती हूं, मेरे लिए सड़क खाली ना कराएं''...डिप्टी सीएम की पत्नी का रिक्वेस्ट वायरल

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की पत्नी अमृता फडणवीस ने पुलिस की पायलट गाड़ी को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वह आम आदमी की तरह जीना चाहती हैं।

Vivek Kumar | Published : Nov 3, 2022 7:20 AM IST / Updated: Nov 03 2022, 01:40 PM IST

मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की पत्नी अमृता फडणवीस ने मुंबई पुलिस के कहा है कि वह आम नागरिक की तरह जीना चाहती हैं। इसलिए उनके लिए सड़क खाली नहीं कराएं। उन्होंने सुरक्षा कवर के हिस्से के रूप में मिलने वाले पायलट गाड़ी को स्वीकार करने से इनकार किया है। उन्होंने इस संबंध में मुंबई पुलिस से रिक्वेस्ट किया है। यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

दरअसल, पायलट गाड़ी सुरक्षा कवर वाले व्यक्ति की गाड़ी के आगे चलती है और उसमें सवार पुलिसकर्मी सड़क खाली कराते हैं। मुंबई में ट्रैफिक जाम की स्थिति गंभीर रहती है। अगर किसी एक वीआईपी के लिए सड़क खाली कराई जाए तो दूसरे लोगों की परेशानी और बढ़ जाती है। इस मुद्दे का जिक्र करते हुए अमृता ने कहा कि मुंबई में ट्रैफिक जाम की स्थिति बहुत गंभीर है। उन्हें उम्मीद है कि इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट से चीजें बेहतर होंगी।

आम नागरिक के रूप में जीना चाहती हूं
अमृता ने ट्वीट किया कि मैं मुंबई की एक आम नागरिक हूं और आम नागरिक के रूप में ही जाना चाहती हूं। मेरी विनम्रतापूर्वक मुंबई पुलिस से निवेदन है कि मुझे ट्रैफिक क्लीयरेंस के लिए पायलट गाड़ी नहीं दी जाए। मुंबई में यातायात की स्थिति निराशाजनक है। मैं निश्चिंत हूं कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा किए जा रहे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के काम से स्थिति में सुधार होगा। 

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अमृता फडणवीस को मिली है Y+ सुरक्षा
गौरतलब है कि बुधवार को गृह मंत्रालय ने अमृता फडणवीस की सुरक्षा बढ़ाकर  Y+ ग्रेड की कर दी थी। इसके साथ ही एक्टर सलमान खान की सुरक्षा भी बढ़ाकर Y+ की गई थी। सलमान खान की सुरक्षा गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से मिल रहे खतरे को देखते हुए बढ़ाई गई है। Y+ ग्रेड की सुरक्षा में 24 घंटे पांच पुलिसकर्मियों की सुरक्षा मिलती है। इसके साथ ही एक एस्कॉर्ट गाड़ी भी मिलती है। यह गाड़ी पायलट वाहन के रूप में काम करती है। इसमें सवार पुलिसकर्मियों का काम यात्रा के दौरान सुरक्षा पाने वाले व्यक्ति के लिए ट्रैफिक खाली कराना होता है। 

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