पूर्व सीएम के इस बेटे को हराने के लिए खाई थी कसम, लेकिन कोई कुछ न बिगाड़ सके ठाकरे

नितेश राणे को लगभग 50 हजार वोट मिले जबकि शिवसेना के सतीश सावंत को 30 हजार के अंदर सिमटना पड़ा।

Asianet News Hindi | Published : Oct 24, 2019 5:41 AM IST / Updated: Oct 24 2019, 02:12 PM IST

कंकवली/मुंबई। यूं तो महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के लिए बीजेपी और शिवसेना ने अटूट गठबंधन किया था, लेकिन राज्य में दो ऐसी सीटें भी हैं जहां अटूट गठबंधन बिखर गया। इसमें से एक सीट कंकवली की है। कोंकण क्षेत्र में आने वाली ये सीट बंटवारे में बीजेपी के हाथ लगी थी और हाल ही में कांग्रेस छोड़कर आए नीतेश राणे को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया था। मगर ठाकरे परिवार ने निजी कारणों के चलते इस सीट से सतीश सावंत के रूप में अपना उम्मीदवार उतार दिया। नीतेश राणे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और अब बीजेपी नेता नारायण राणे के बेटे हैं।

37 साल के नीतेश राणे 2014 में यहां से कांग्रेस के टिकट पर 25 हजार मतों की मार्जिन से चुनाव जीतने में कामयाब हुए थे। शिवसेना से रार की वजह से उनके पिता नारायण राणे को यहां काफी पसीना बहाना पड़ा। दरअसल, नारायण राणे कभी शिवसेना में ही हुआ करते थे। लेकिन 2005 में उन्होंने पार्टी छोड़कर कांग्रेस जॉइन कर लिया था। कांग्रेस में जाने के बाद राणे ने उद्धव को निशाने पर ले लिया था। तभी से दोनों के बीच अनबन है।

शादीशुदा हैं नीतेश

नीतेश मुंबई यूथ कांग्रेस में महासचिव भी रह चुके हैं। ये शादीशुदा हैं। शादी 2010 में हुई थी। इनकी पत्नी का नाम ऋतुजा शिंदे है। होटल ग्रैंड हयात में हुई ये शादी काफी चर्चा में रही थी।

(हाई प्रोफाइल सीटों पर हार-जीत, नेताओं का बैकग्राउंड, नतीजों का एनालिसिस और चुनाव से जुड़ी हर अपडेट के लिए यहां क्लिक करें)

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