प्रवर्तन निदेशालय यानी इनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने शिवसेना प्रवक्ता और विधायक प्रताप सरनाईक के ठाणे स्थित घर सहित 10 ठिकानों पर रेड डाली है। इस मामले को लेकर भी राजनीति गर्मा गई है। शिवसेना ने इसे आवाज दबाने की कोशिश बताया। मामला एक सिक्योरिटी ग्रुप के साथ आर्थिक लेन-देन की गड़बड़ी से जुड़ा है।
मुंबई. शिवसेना के प्रवक्ता और विधायक प्रताप सरनाईक आर्थिक गड़बड़ियों में फंस गए हैं। प्रवर्तन निदेशालय यानी इनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (enforcement directorate) ने उनके ठाणे स्थित निवास सहित मुंबई के 10 ठिकानों पर मंगलवार को छापा मारा। इस दौरान बड़ी संख्या में अधिकारी मौजूद थे। ईडी के अधिकारियों ने बताया कि प्रताप सरनाईक के परिजनों के फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन की जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार टॉप सिक्योरिटी ग्रुप और विधायक प्रताप सरनाईक के बीच हुए आर्थिक लेन-देन में गड़बड़ी सामने आई है। हालांकि ईडी ने अभी इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार किया है। लेकिन इतना जरूर सामने आया है कि विधायक के परिजनों ने अपना फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन छिपाया है। बता दें कि प्रताप सरनाईक खुद एक रियल एस्टेट डेवलपर हैं। उन्हें शिवसेना में तेजतर्रार छवि का नेता माना जाता है।
शिवसेना ने बताया आवाज दबाने की कोशिश
इस छापे पर राजनीति शुरू हो गई है। शिवसेना ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार केंद्रीय जांच एजेंसी और खासतौर पर ईडी का दुरुपयोग कर रही है। भाजपा के विरुद्ध बोलने वाले नेताओं की आवाज दबाने की कोशिश हो रही है। उधर, भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा कि ईडी बिना होम वर्क कहीं नहीं जाती। सरनाईक ने भ्रष्टाचार किया है, तो कार्रवाई होगी।