कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें वो कहते नजर आ रहे हैं कि उनकी पार्टी शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार में ''मुस्लिम समुदाय'' के ''जोर देने'' पर शामिल हुई जिससे भाजपा को सत्ता में वापस आने से रोका जा सके।
औरंगाबाद. महाराष्ट्र के और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें वो कथित रूप से यह कहते नजर आ रहे हैं कि उनकी पार्टी शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार में ''मुस्लिम समुदाय'' के ''जोर देने'' पर शामिल हुई जिससे भाजपा को सत्ता में वापस आने से रोका जा सके।
लोकनिर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री ने कथित रूप से यह टिप्पणी हाल ही में प्रदेश के मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़ में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ हाल में आयोजित एक रैली में की। चव्हाण ने मंगलवार को पीटीआई को बताया कि उन्होंने अपने भाषण में खास तौर पर मुसलमानों का जिक्र नहीं किया है।
कांग्रेस ने सरकार में शामिल होने का फैसला इसलिए किया
चव्हाण ने हिंदी में कहा, ''राज्य में हमारी (गठबंधन) सरकार है। कांग्रेस ने सरकार में शामिल होने का फैसला इसलिए किया ताकि राज्य को बीते पांच साल (जब भाजपा सत्ता में थी) में हुए नुकसान (के दोहराव) से बचाया जा सके। हमारे मुस्लिम भाइयों ने भी जोर दिया कि हम सबसे बड़े दुश्मन भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए सरकार में शामिल हों।''
मुख्यमंत्री रह चुके चव्हाण ने यह भी कहा कि
प्रदेश में दिसंबर 2008 से नवंबर 2010 तक मुख्यमंत्री रह चुके चव्हाण ने यह भी कहा कि जब तक मौजूदा सरकार प्रदेश में है तब तक यहां संशोधित नागरिकता कानून लागू नहीं किया जाएगा। कांग्रेस प्रदेस में शिवसेना और राकांपा के साथ महाराष्ट्र विकास आघाडी (एमवीए) का हिस्सा है।
उन्होंने कहा, ''धर्मनिरपेक्षता हमारा आधार है। कानून (सीएए) संविधान पर आधारित होना चाहिए।” संपर्क किये जाने पर चव्हाण ने कहा, “मैंने खास तौर पर मुसलमानों का जिक्र नहीं किया। मैंने सिर्फ यह कहा था कि सभी समुदायों ने हमारी पार्टी को सरकार में शामिल होने के लिये कहा।''
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)