
मुंबई, महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर को लेकर शुरू हुई सियासत अब रोजाना नए-नए विवाद पैदा करती जा रही है। इन दोनों मुद्दों पर होने वाली कंट्रोवर्सी लगातार बढ़ती जा रही है। जिसे लेकर आज CM उद्धव ठाकरे ने आज एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। वहीं दूसरी तरफ एक मुश्लिम महिला और एनसीपी नेता ने पीएम मोदी के आवास के सामने नमाज और हनुमान चाली का पाठ करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री से अनुमित मांगी है।
इस वजह से पीएम आवाज के सामने करना चाहती हैं पूजा
दरअसल, पीएम मोदी के आवास के सामने नमाज और हनुमान चाली का पाठ करने की परमिशन मांगने वाली महिला फहमीदा हसन खान हैं। जो वर्तमान में महाराष्ट्र में सत्ताधारी पार्टी एनसीपी की मुंबई-उत्तर की जिला कार्यकारी अध्यक्ष हैं। उन्होंने अपनी पार्टी के लेटर हेड पर गृहमंत्री अमित शाह के लिए लिखा है कि वह पीएम मोदी के आवास के सामने हर धर्म की पूजा करना चाहती हैं। जिसमें हनुमान चालीसा और नमाज भी होगी। साथ उन्होंने कहा कि वह हिंदू, जैन धर्म, महंगाई, बेरोजगारी, भुखमरी को कम करने के लिए देश के लाभ के लिए ऊपर उठता है तो मैं यह करना चाहूंगी।
ऐसे शुरू हुआ था हनुमान चालीसा का विवाद
बता दें कि बीते दिनों मनसे चीफ राज ठाकरे ने लाउडस्पीकर निकलने वाली अजान की आवाज को लेकर उद्धव ठाकरे सरकार से मांग की थी कि जल्द ही मस्जिदों के लाउडस्पीकर हटाए जाएं। साथ ही ऐसा नहीं किया गया तो चेतवानी देते हुए कहा-अगर 3 मई तक सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो वह खुद इन्हें हटाना शुरू कर देंगे। इस बीच उन्होंने ऐसा करने के लिए हिंदु संगठनों से जगह-जगह हनुमान चालीसा पाठ करने की अपील भी की थी। जिसके बाद यूपी से लेकर महाराष्ट्र तक हनुमान चालीसा का पाठ का मामला गरमा गया।
हनुमान चालीसा विवाद में जेल पहुंची सांसद नवनीत राणा और पति
महाराष्ट्र की सिसायत में हनुमान चालीसा का विवाद इतना बढ़ गया है कि मरावती सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को अदालत ने रविवार को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है। क्योंकि राणा दंपत्ति ने ऐलान किया था कि वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगी। जिसके बाद उनको शनिवार गिरफ्तार किया गया और रविवार को हुई कोर्ट में पेशी के बाद 6 मई तक जेल भेजा गया
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