गांव के लोगों का दावा, EVM में की गई गड़बड़ी, दूसरी पार्टी को डाले वोट भी भाजपा को गए

शिन्दे ने कहा, ‘‘मुझे कुछ मतदाताओं और अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से सूचना मिली कि राकांपा उम्मीदवार को दिए जा रहे वोट भाजपा उम्मीदवार के खाते में जा रहे हैं। जब तक मैं वहां पहुंचा, तब तक इस तरह लगभग 270 वोट डाले जा चुके थे।’’

Asianet News Hindi | Published : Oct 23, 2019 6:35 AM IST

पुणे. महाराष्ट्र के एक गांव के मतदाताओं ने आरोप लगाया है कि सोमवार को लोकसभा उपचुनाव के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी थी जिसके चलते किसी भी उम्मीदवार को डाले गए वोट भाजपा के खाते में चले गए। चुनाव अधिकारियों ने हालांकि, दावे को खारिज किया है।

राकांपा नेता शशिकांत शिन्दे ने कहा कि जब वह सतारा जिले में कोरेगांव तहसील के नवलेवाडी गांव में चुनाव बूथ पर पहुंचे तो उन्होंने इस तरह की चीज होती हुई देखी। पश्चिमी महाराष्ट्र में कोरेगांव विधानसभा क्षेत्र की चुनाव अधिकारी कीर्ति नलवाडे ने ग्रामीणों के दावे को खारिज किया।

राकांपा उम्मीदवार ने ईवीएम मशीन पर उठाए सवाल

ग्रामीणों ने कहा कि राकांपा उम्मीदवार श्रीनिवास पाटिल को दिए गए वोट भाजपा उम्मीदवार उदयनराजे भोसले के खाते में जा रहे थे। जिला निर्वाचन अधिकारियों ने इस दावे को खारिज किया। शिन्दे ने कहा कि जब वह चुनाव बूथ पर पहुंचे और अधिकारियों को इस बारे में बताया तो उन्होंने जल्दी से ईवीएम बदल दी। राज्य विधानसभा चुनाव के साथ ही सतारा लोकसभा सीट पर उपचुनाव भी 21 अक्टूबर को हुआ।

चुनाव अधिकारी ने किया इनकार

शिन्दे ने कहा, ‘‘मुझे कुछ मतदाताओं और अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से सूचना मिली कि राकांपा उम्मीदवार को दिए जा रहे वोट भाजपा उम्मीदवार के खाते में जा रहे हैं। जब तक मैं वहां पहुंचा, तब तक इस तरह लगभग 270 वोट डाले जा चुके थे।’’ नलवाडे ने कहा, ‘‘मतदाताओं द्वारा मुद्दा उठाए जाने के बाद हमने उनसे मॉक टेस्ट के लिए एक फॉर्म भरने को कहा, लेकिन इसके लिए वे तैयार नहीं हुए।’’

मशीन में थी खराबी तो बदल दी गई

चुनाव अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने मशीन उनके दावे की वजह से नहीं, बल्कि बटन दबाने में कुछ दिक्कत के चलते बदली। मशीन बदलने का संबंधित दावे को कोई लेना-देना नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि सुबह के समय मतदान शुरू होने से पहले सभी बूथ एजेंटों की मौजूदगी में एक ‘छद्म अभ्सास’’ किया गया और उस समय किसी ने भी आपत्ति नहीं की। शाम चार बजे तक मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चला। सिक्किम के पूर्व राज्यपाल पाटिल ने कहा कि उन्होंने गांव के कुछ मतदाताओं की सूचना के आधार पर मुद्दा चुनाव अधिकारियों के समक्ष उठाया है।

Share this article
click me!