Maharashtra Day 2022: एक मई 1960 को अस्तित्व में आया था महाराष्ट्र, दो दशक तक चला था आंदोलन

महाराष्ट्र और गुजरात पहले बॉम्बे राज्य का हिस्सा थे। भाषा के आधार पर दो राज्य बने थे। मराठी और कोंकनी बोलने वालों के लिए अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर 1940 में आंदोलन शुरू हुआ था। दो दशक बाद 1960 में महाराष्ट्र राज्य (Maharashtra Day) अस्तित्व में आया।

Asianet News Hindi | / Updated: May 01 2022, 06:00 AM IST

मुंबई। 1 मई का महाराष्ट्र (Maharashtra Day 2022) में विशेष महत्व है। 1960 में इसी दिन बॉम्बे राज्य से बाहर निकलने के बाद राज्य अस्तित्व में आया था। बॉम्बे राज्य के शेष हिस्से को अब गुजरात के नाम से जाना जाता है। गुजरात और महाराष्ट्र को बड़े विरोध के बाद भाषाई आधार पर बनाया गया था।

स्वतंत्रता के समय भारत कई प्रांतों और रियासतों में विभाजित था। अंग्रेजों के जाने के बाद इन राज्यों और प्रांतों को भारत के संघ में पुनर्गठित करने का काम राज्यों के पुनर्गठन अधिनियम, 1956 के माध्यम से शुरू हुआ। अधिनियम ने क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषाओं के आधार पर राज्यों को पुनर्गठन करने का प्रस्ताव दिया। बॉम्बे राज्य की स्थापना उन लोगों के लिए की गई थी जो मराठी, कोंकनी, गुजराती और कुची बोलते थे।

1940 में शुरू हुई थी अलग राज्य की मांग 
मराठी और कोंकनी बोलने वाले लोगों के लिए एक अलग राज्य की मांग 1940 में शुरू हुई थी। साम्युक्ता महासभा संगठन ने राज्य के लिए आंदोलन का नेतृत्व किया। हालांकि भारत छोड़ो आंदोलन और द्वितीय विश्व युद्ध के कारण आंदोलन धीमा पर गया था। आजादी के बाद एक बार फिर अलग राज्य की मांग ने तेजी पकड़ी। अलग राज्य की वकालत करने वाले कई आयोगों के साथ दो दशकों से अधिक समय लगा। 1956 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने बंबई को पांच साल के लिए केंद्र क्षेत्र के रूप में घोषित किया। 

दो राज्यों में बंटा था बॉम्बे राज्य
बॉम्बे राज्य में दो अलग-अलग समूह उभरे। एक में मराठी और कोंकनी बोलने वालों को शामिल किया गया, जबकि दूसरे समूह में गुजराती और कुची बोलने वाले लोग शामिल थे। वे मांग करने लगे कि उन्हें अपना राज्य प्रदान किया जाए। नतीजतन अप्रैल 1960 में बॉम्बे राज्य को विभाजित किया गया। संसद ने ऐसा करने के लिए बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम पारित किया। 

लोकसभा ने बंबई के द्विभाषी राज्य के लिए एक प्रस्ताव पारित किया। मार्च 1960 में लोकसभा ने राज्य संकल्प का प्रस्ताव रखा। एक महीने बाद बॉम्बे राज्य पर संकल्प को लोकसभा द्वारा अनुमोदित किया गया था। 1 मई 1960 को महाराष्ट्र राज्य अस्तित्व में आया। बॉम्बे को महाराष्ट्र की राजधानी बनाया गया।

शिवाजी पार्क में मनाया जाता है उत्सव
राज्य के लोग मराठी विरासत और गर्व का जश्न मनाने के लिए महाराष्ट्र दिवस मनाते हैं। मुंबई में शिवाजी पार्क में एक विशाल उत्सव और परेड आयोजित की जाती है। लोग संगीत रैलियों और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए पारंपरिक परिधान में तैयार होते हैं। एक मई को महाराष्ट्र में छुट्टी मनाई जाती है। अधिकांश स्कूल, कॉलेज और राज्य व केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र के कार्यालय बंद रहते हैं।

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