Maharashtra में Congress को बड़ा झटका, निगम चुनाव के पहले मालेगांव मेयर समेत 28 पार्षदों ने थामा NCP का दामन

NCP प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, नासिक के पालक मंत्री छगन भुजबल, NCP नवाब मालिक और डिप्टी सीएम अजीत पवार (Ajit Pawar) की मौजूदगी में महापौर तायरा शेख रशीद और उनके पति शेख रशीद और पार्षदों ने NCP की सदस्यता ले ली है।

Asianet News Hindi | Published : Jan 27, 2022 8:37 AM IST / Updated: Jan 27 2022, 02:57 PM IST

नासिक : महाराष्ट्र (Maharashtra) में कांग्रेस (Congress) को बड़ा झटका लगा है।  निगम चुनाव से पहले नासिक जिले के मालेगांव शहर में कांग्रेस में फूट पड़ी है। पार्टी की मेयर तायरा शेख रशीद समेत 28 पार्षदों ने हाथ छोड़ कर NCP का दामन थाम लिया है। महापौर तायरा शेख रशीद के पति शेख रशीद 2 बार से विधायक रहे हैं। NCP प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, नासिक के पालक मंत्री छगन भुजबल, NCP नवाब मालिक और डिप्टी सीएम अजीत पवार (Ajit Pawar) की मौजूदगी में महापौर तायरा शेख रशीद और उनके पति शेख रशीद और पार्षदों ने NCP की सदस्यता ले ली है।

अब कांग्रेस के सिर्फ तीन पार्षद ही बचे
मालेगांव नगर निगम में कुल 84 सीटें हैं। साल 2017 के नगर निगम चुनाव में कांग्रेस को 30 सीटें मिली थीं, जबकि एनसीपी ने 20 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं 12 सीटें शिवसेना और 9 बीजेपी के खाते में गई थी। वहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को 7 और 7 सीटें जनता दल सेक्युलर को मिली थीं। बता दें कि इसी साल अप्रैल-मई में नगर निगम चुनाव होे वाले हैं ऐसे में कांग्रेस के इस झटके से पार्टी में हड़कंप मच गया है।

कांग्रेस का गढ़ है मालेगांंव
बता दें कि मालेगांव को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। हालांकि अब इस टूट के साथ ही उसके गढ़ को सहयोगी राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने कमजोर कर दिया है। इससे पहले शहर में पूर्व विधायक आसिफ शेख कांग्रेस से राकांपा में शामिल हुए थे। अब उनके पिता पूर्व विधायक राशिद शेख के साथ-साथ उनकी मां मेयर ताहेरा शेख भी राकांपा में शामिल हो गई हैं। शेख परिवार को कांग्रेस का वफादार परिवार माना जाता था। हालांकि एनसीपी इस परिवार को अपनी ओर खींचने में सफल रही है।

महाराष्ट्र में कांग्रेस की सहयोगी है एनसीपी
बता दें कि महाराष्ट्र में महा अघाड़ी सरकार है यानी महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की सरकार। तीन राजनीतिक दल शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस इस सरकार में शामिल हैं। ऐसे में मालेगांव निगम में हुई इस टूट से विधानसभा गठबंधन पर असर की बातें भी सामने आ रही हैं।

इसे भी पढ़ें-Google के CEO सुंदर पिचाई के खिलाफ दर्ज FIR, लगा ये बड़ा आरोप, भारत सरकार ने आज ही दिया पद्म भूषण सम्मान

इसे भी पढ़ें-Uddhav Thackeray को देवेंद्र फडणवीस का जवाब - BJP से अलग होकर चौथे नंबर पर पहुंची शिवसेना

 

Share this article
click me!