मर गई मानवता: मां की लाश से लिपट 2 दिन तक भूखी रोती रही एक साल की बच्ची, पड़सियों ने देखा तक नहीं

 यह दुखद घटना पुणे की है। जहां एक महिला अपने पति और एक साल की बेटी के साथ किराए से रहती थी। पति किसी काम से अपने गांव यूपी गया हुआ था। इसी बीच उसने किसी बात से दुखी होकर उसने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। दो दिन तक उसका शव कमरे में पड़ा रहा और पास में उसकी बेटी बिलखती रही। 

Asianet News Hindi | Published : May 1, 2021 11:03 AM IST

मुंबई. कोरोना की दूसरी लहर ने देशभर को पूरी तरह झकझोर के रख दिया है। घरों में कैद होने के बाद भी लोग खौफ में जी रहे हैं। इसी बीच महाराष्ट्र के पुणे जिले से एक ऐसी मानवता को शर्मसार कर देने वाली तस्वीर सामने आई है, जिसे देख यही करेंगे कि अब तो इंसानियत मर चुकी है।

दो दिन तक भूख से बिलखती रही बच्ची
दरअसल, यह दुखद घटना पुणे जिले के घटना पिंपरी चिंचवाड़ के दिघी इलाके की है। जहां यूपी की रहने वाली एक महिला अपने पति और एक साल की बेटी के साथ किराए से रहती थी। पति किसी काम से अपने गांव यूपी गया हुआ था। इसी बीच उसने किसी बात से दुखी होकर उसने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। दो दिन तक उसका शव कमरे में पड़ा रहा और पास में उसकी बेटी बिलखती रही। लेकिन कोरोना के डर से पड़ोसी अंदर तक नहीं गए। जब ज्यादा  दुर्गन्ध आने लगी तब कहीं जाकर पुलिस को सूचित किया।

मां की छाती से चिपकी थी मासूम 
लोगों की सूचना देने के बाद महिला कांस्टेबल सुशीला गाभले और रेखा वाजे मौके पर पहुंची। उन्होंने दरवाजा तोड़कर देखा तो मां की मृत शरीर से मासूम बच्ची  चिपकी हुई थी। वह भूख से तड़पते हुए बिलख रही थी, पड़ोसियों ने भी इससे पहले बच्ची की रोने की आवाज सुनी, लेकिन कोई उसे उठाने की हिम्मत नहीं कर पाया। इसके बाद सिपाही सुशीला मासूम को थाने लेकर आई और उसे दूध पिलाय और बिस्किट खिलाया। मासूम को यह भी जानती कि अब उसकी मां इस दुनिया में नहीं रही।

पति करता था मजदूरी, नहीं मिल रहा था काम
पुलिस जांच में सामने आया है कि राजेश कुमार अपनी 29 पत्नी की सरस्वती के साथ रहता था। राजेश दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार का पेट पालता था। लेकिन लॉकडाउन की वजह से उसे यहां कोई काम नहीं मिल रहा था। जिसके चलते वह कुछ मदद लेने के लिए अपने गांव यूपी गया हुआ था। बस इसी दौरान महिला ने अपने आप को अकेला पाकर यह कदम उठा लिया। 

पति के आने के बाद की जाएगी जांच
महिला कांस्टेबलों ने इसके बाद बच्ची को डॉक्टर की सालह पर कुछ दवा खिलाईं। वहीं दिघी पुलिस स्टेशन के निरीक्षक मोहन शिंदे ने  बाल कल्याण समिति के निर्देशों के मुताबिक बच्ची को सरकारी चाइल्ड केयर होम में भेज दिया है। साथ ही कहा कि महिला के पति को सूचित कर दिया गया है। वह जल्द ही यूपी से यहां आने वाला है। उसके बयान के आधार पर मामले की जांच की जाएगी।
 

Share this article
click me!