महाराष्ट्र में सियासी उठापटक जारी है, पिछले तीन दिन से सत्ता का घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। एकनाथ शिंदे ने जिस तरह से अपनी चाल चली है इससे अब साफ हो गया है कि उद्धव ठाकरे सरकार का जाना लगभग तय है। किसी वक्त उनका इस्तीफा हो सकता है।
मुंबई. महाराष्ट्र कि सियासत में भूचाल लाने वाले अपनी ही सरकार के खिलाफ बागी नेता एकनाथ शिंदे ने शिवसेना और उद्धव ठाकरे के सिंहासन को हिला दिया है। उनकी एक चाल से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सीएम पद की कुर्सी जाना लगभग तय हो गया है। सियासत की दुनिया में दिलचस्पी रखने वाले हर नेता और हर शख्स की जुबान पर शिंदे का नाम है। कैसे उन्होंने अपनी चाल से प्रदेश के राजा को ही मात दे दी। आइए जानते हैं शिंदे के उस हादसे की कहानी जिसे वो कभी याद नहीं करना चाहते हैं...
शिंदे के सामने दो बच्चों की मौत और वह चीखते रह गए थे
दरअसल, यह बात आज से 22 साल पहले यानि 2 जून 2000 की है। इस दौरान एकनाथ शिंदे अपनी पत्नी, 11 साल के बेटे दीपेश और 7 साल की बेटी शुभदा के साथ सतारा गए थे। इस दौरान वह परिवार के साथ वोटिंग कर रहे थे, तभी एक्सीडेंट हुआ और दोनों बच्चे उनकी आंखो के सामने पानी में समा गए। वह चीखते रह गए और बच्चे डूग गए। उनके ही सामने उनके दो बच्चों की मौत हो गई। जब शिंदे इतने बड़े नेता नहीं थे, तब तो उनकी राजनीति में शुरूआत थी। हां लेकिन दो साल बाद ही उन्हें पहली बार 2004 में ठाणे की कोपरी पाचपाखाड़ी सीट से विधायक का टिकट मिला था और जीतकर विधानसभा पहुंचे।
राजनीति छोड़ने का ऐलाने करने वाले शिंदे बन सकते हैं मुख्यमंत्री!
बता दें कि जिस वक्त यह यह हादसा हुआ इस हादसे के दौरन उनके बड़े बेटे श्रीकांत भी साथ थे, जो पूरी तरह से कुशल थे, उस वक्त श्रीकांत सिर्फ 14 साल के थे। लेकिन आज वह सांसद हैं और पिता एकनाथ शिंदे का राजनीति में इतना बड़ा कद हो गया है कि उन्होंने महाराष्ट्र कि सियासत में भूचाल ला दिया और मुख्यमंत्री ठाकरे की कुर्सी छीनने वाले हैं। कई जगह तो राजनीतिक जानकार यहां तक कहने लगे हैं कि एकनाथ शिंदे ही महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं।
बेटा सांसद तो पत्नी है बिजनेसवुमन...ऐसी है शिंदे की फैमिली
बात दें कि आज एकनाथ शिंदे का पूरा परिवार बेहद खुश है, क्योंकि शिंदे किंग मेकर जो ब गए हैं। उनका एक बेटा है, जिसका नाम श्रीकांत शिंदे है। श्रीकांत शिंदे कल्याण से सांसद है। इसके साथ ही वो आर्थोपेडिक सर्जन भी हैं। श्रीकांत ने कालवा के शिवाजी हॉस्पिटल में दो साल काम भी किया है। श्रीकांत की शादी 2016 में वृशाली शिंदे से हुई। वहीं शिंदे की पत्नी लता शिंदे एक बिजनेसवुमन हैं।