संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी को नीचे से ऊपर तक ले गए। बाबरी के बाद हिंदुस्तान में हमारी (शिवसेना) एक लहर थी। अगर हम उस समय उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर में चुनाव लड़ते तो देश में हमारा (शिवसेना पार्टी का) पीएम होता।
मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सोमवार को इतिहास के पन्ने पलटे और बीजेपी को वो पुराने दिन याद दिलाए। राउत ने कहा कि बाबरी कांड के बाद उत्तर भारत में शिवसेना की लहर थी और अगर तब शिवसेना चुनाव लड़ती तो देश में हमारे (शिवसेना) प्रधानमंत्री होते, लेकिन शिवसेना ने ये मौका बीजेपी के लिए छोड़ दिया था। उन्होंने कहा कि बीजेपी सिर्फ सत्ता के लिए हिंदुत्व का इस्तेमाल करती है।
राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी को नीचे से ऊपर तक ले गए। बाबरी के बाद हिंदुस्तान में हमारी (शिवसेना) एक लहर थी। अगर हम उस समय उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर में चुनाव लड़ते तो देश में हमारा (शिवसेना पार्टी का) पीएम होता। लेकिन हमने बीजेपी के लिए सब कुछ छोड़ दिया। ये सही है, ये सिर्फ शिवसेना के साथ नहीं हुआ, बल्कि जो भी बीजेपी के साथ चला गया था, उन सभी का यही हाल हुआ था। सभी को उसकी कीमत चुकानी पड़ी।
बीजेपी के साथ गठबंधन में 25 साल बर्बाद किए: उद्धव ठाकरे
इससे पहले रविवार को बाला साहेब ठाकरे की जयंती पर सीएम उद्धव ठाकरे ने भी बीजेपी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि हमारा मानना है कि शिवसेना ने बीजेपी के साथ गठबंधन में रहकर 25 साल बर्बाद किए हैं। शिवसेना ने बीजेपी छोड़ी है, हिन्दुत्व नहीं छोड़ा है। उन्होंने भी कहा कि बीजेपी हिंदुत्व का प्रयोग सत्ता के लिए करती है। हालांकि, सीएम ठाकरे के इस बयान पर बीजेपी भी हमलावर है। अब संजय राउत ने भी सीएम ठाकरे के बयान का समर्थन किया है।
बीजेपी की शर्त मंजूर, मगर जांच एजेंसियां पीछे ना लगाएं
उद्धव ठाकरे का कहना था कि बीजेपी का मतलब हिंदुत्व नहीं होता। शिवसेना ने अपना हिंदुत्व कभी नहीं छोड़ा। बीजेपी ने शिवसेना के साथ धोखाधड़ी की, इसलिए उनसे दूर होना पड़ा। इस्तेमाल करो और फिर फेंक दो यह बीजेपी की नीति है। महाराष्ट्र में फिर शिवसेना की लहर लाएंगे। महाराष्ट्र के बाहर भी शिवसेना ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी। आने वाले समय में दिल्ली पर भी कब्जा करने का सपना जल्द पूरा करेंगे। बीजेपी के नेता कहते हैं कि अकेले दम पर चुनाव लड़ो, शिवसेना की पूरी तैयारी है, लेकिन शर्त है कि ईडी और दूसरी एजेंसियां पीछे ना लगाएं।
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