'सांसद नवनीत राणा को इमरजेंसी मेडिकल हेल्प चाहिए, हालत बिगड़ी तो जेल प्रशासन होगा जिम्मेदार', वकील की चिट्ठी

चिट्ठी में लिखा है कि जेजे हॉस्पिटल की तरफ से कहा गया था कि नवनीत राणा का सिटी स्कैन अनिवार्य है, ताकि उनकी समस्या कितनी गम्भीर है, इसको समझा जा सके लेकिन संबंधित अथॉरिटीज़ ने ऐसा नही किया। 

Asianet News Hindi | Published : May 2, 2022 8:19 AM IST / Updated: May 02 2022, 01:54 PM IST

मुंबई : महाराष्ट्र (Maharashtra) हनुमान चालीसा विवाद में जेल में बंद सांसद नवनीत राणा (Navneet Rana) और उनके विधायक पति रवि राणा (Ravi Rana) के  वकील रिजवान मर्चेंट ने जेल सुपरिटेंडेंट को एक चिट्ठी लिखकर तत्काल रुप से नवनीत राणा को मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग की है। पत्र में उनके वकील ने लिखा है कि निर्दलीय सांसद नवनीत को स्पोंडिलोसिस की समस्या है और लगाता उनकी परेशानी बढ़ रही है। इसलिए उन्हें तुरंत मेडिकल हेल्प दी जाए। 29 अप्रैल को लिखे गए पत्र का खुलासा अब हुआ है लेकिन अब तक जेल प्रशासन की तरफ से इसको लेकर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है। 

पत्र की एक कॉपी लोकसभा स्पीकर को भी
सांसद के वकील रिजवान मर्चेंट ने इस पत्र की एक कॉपी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला (Om Birla) को भी भेजी है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि अगर जेल में एक जनप्रतिनिधि की हालत बिगड़ती है या फिर उसे इससे संबंधित कोई समस्या होती है जो इसका जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ जेल प्रशासन ही होगा। पत्र में आरोप लगाया गया है कि नवनीत राणा कोो कई घंटे तक जमीन पर बैठाया गया और उन्हें जमीन पर ही सोने को मजबूर किया गया, जिससे उन्हें स्पोंडिलोसिस का दर्द हुआ। पत्र में कहा गया है कि दर्द की शिकायत के बाद कई बार बोलने पर उन्हें जेजे अस्पताल भेजा गया लेकिन वहां से सीटी स्कैन की बात कही गई, जिसकी सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई गई।

पुलिस ने जमानत न देने की अपील की
बता दें कि 29 अप्रैल को कोर्ट में मुंबई पुलिस ने जमानत का विरोध किया था। पुलिस की तरफ से लिखित में दिए आवेदन में कहा गया था कि जेल से बाहर निकलकर राणा दंपती केस को अपने तरीके से प्रभावित कर सकते है। धारा 149 का नोटिस के बावजूद भी राणा दंपती ने  राज्य सरकार को चुनौती दी थी। इसलिए कोर्ट से अपील है कि इनकी जमानत याचिका को खारिज किया जाए।

जेल में क्यों हैं राणा दंपति
बता दें कि नवनीत राणा भायखला महिला जेल और रवि राणा तलोजा जेल में बंद। 23 अप्रैल को उन्होंने मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया। उन्होंने बाद में यह फैसला वापस ले लिया लेकिन इसके बाद हजारों की संख्या में शिवसैनिक वहां जमा हो गए। इसके बाद पुलिस ने राणा दंपति को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले मुंबई पुलिस की मांग और अदालत में ज्यादा पेंडिंग केस होने के कारण उनकी जमानत पर सुनवाई 29 अप्रैल तक टाल दी गई थी। 

इसे भी पढ़ें-नवनीत राणा की बेटी की मासूमियत दिल छू लेगी, हनुमान चालीसा पढ़ भगवान से बोली-मम्मी-पापा को जल्दी छुड़वा दो

इसे भी पढ़ें-कौन है यूसुफ लकड़ावाला जिससे पैसे लेने का सांसद नवनीत राणा पर लगा आरोप, जानिए क्या है अंडरवर्ल्ड कनेक्शन

Read more Articles on
Share this article
click me!