मनी लॉन्ड्रिंग केस में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े लोगों के 10 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी

कुछ दिनों पहले NIA ने दाऊद इब्राहिम और उसके कुछ करीबियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग, हवाला, वसूली के आरोपों के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया था उसी केस में ED ने केस दर्ज कर छापेमारी शुरू की है। जानकारी के मुताबिक 10 जगहों पर रेड चल रही है।

Asianet News Hindi | Published : Feb 15, 2022 5:24 AM IST / Updated: Feb 15 2022, 01:51 PM IST

मुंबई : मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Money Laundering Case) में ED ने मुंबई (Mumbai) में अंडरवर्ल्ड से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की है। ईडी ने दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) की बहन हसीना पारकर के मुंबई आवास पर भी छापा मारा है। हसीना पारकर की पहले ही मौत हो चुकी है। प्रवर्तन निदेशालय मुंबई में डी कंपनी से जुड़े इन ठिकानों पर छानबीन कर रही है। इसके अलावा केंद्रीय जांच एजेंसी ऐसे कई नेता जिनके तार डी कंपनी से जुड़े हुए हैं उनके प्रॉपर्टी और पैसे ट्रांसेक्शन की भी जांच कर रही है। बता दें कि कुछ दिनों पहले NIA ने दाऊद इब्राहिम और उसके कुछ करीबियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग, हवाला, वसूली के आरोपों के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया था उसी केस में ED ने केस दर्ज कर छापेमारी शुरू की है। जानकारी के मुताबिक 10 जगहों पर रेड चल रही है।

15 दिन पहले दाऊद इब्राहिम पर FIR
बताया जाता है कि 15 दिन पहले NIA ने दाऊद इब्राहिम के खिलाफ FIR दर्ज की थी। इसके बाद से ईडी इनपुट जुटा रही थी। दाऊद इब्राहिम ने 1980 के दशक में भारत से भागकर एक बड़ा व्यापारिक साम्राज्य स्थापित किया था। हाल ही में पंजाब में डी-कंपनी (दाऊद का अंडरवर्ल्ड सिंडिकेट) की उपस्थिति मिली थी, जो इसका संकेत है कि पाकिस्तान (Pakistan) की ISI ने पंजाब (Punjab) में आतंक फैलाने के लिए अंडरवर्ल्ड का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।

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इसी महीने पकड़ा गया है दाऊद का सहयोगी

इसी महीने की शुरुआत में, सुरक्षा एजेंसियों ने 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट के आरोपी और दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी अबू बकर को गिरफ्तार किया था। वह 29 साल बाद यूएई में पकड़ा गया था। दाऊद इब्राहिम मुंबई के एक पुलिस कांस्टेबल का बेटा है। उसने अपने आपराधिक जीवन की शुरुआत मुंबई के डोंगरी इलाके में गैंगवार से की थी। डोंगरी में वह हाजी मस्तान के गिरोह के सदस्यों के संपर्क में आया और गैंगवार युद्ध शुरू हो गया। 1980 के दशक में, उन्हें पहले एक डकैती के मामले में गिरफ्तार किया गया था और बाद में उनके आपराधिक रिकॉर्ड में वृद्धि हुई। हाजी और पठान गिरोहों के बीच लड़ाई के कारण दाऊद अधिक ताकतवर और खतरनाक हो गया।

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