गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई के खिलाफ मुंबई पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। यह कार्रवाई भारतीय फिल्ममेकर-डायरेक्टर सुनील दर्शन की शिकायत और राज्य की एक अदालत पर की गई है। सुंदर पिचाई को एक दिन पहले ही भारत सरकार की तरफ से पद्म भूषण पुरस्कार दिया गया है।
मुंबई (महाराष्ट्र). मुंबई पुलिस ने गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ( google ceo sundar pichai) समेत कंपनी के पांच अन्य अधिकारियों के खिलाफ कॉपीराइट अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है। यह कार्रवाई भारतीय फिल्ममेकर-डायरेक्टर (film director Sunil Darshan) सुनील दर्शन की शिकायत पर राज्य की एक अदालत ने पुलिस को आदेश दिया था। हैरानी की बात यह है कि सुंदर पिचाई को एक दिन पहले ही भारत सरकार की तरफ से पद्म भूषण पुरस्कार दिया गया है।
इस मामले में दर्ज की गई पिचई के खिलाफ एफआईआर
दरअसल, मुंबई पुलिस ने कॉपीराइट अधिनियम के उल्लंघन से संबंधित धाराओं में सुंदर पिचाई के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। वहीं इस मामले पर फिल्म निर्देशक सुनील दर्शन ने अपनी शिकायत में कहा कि गूगल ने अनधिकृत व्यक्तियों को उनकी फिल्म ‘एक हसीना थी एक दीवाना था’ को यू-ट्यूब अपलोड करने की अनुमति दी थी। सुनील दर्शन ने मुंबई की एक अदालत में इसको लेकर शिकायत भी दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने जज के सामने कहा था कि उन्हों बिना बताए ही गूगल ने फिल्म क्यों अपलोड की।
अंत में जाकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया
फिल्म डायरेक्टर सुनील दर्शन ने सुंदर पिचई पर आरोप लगाया है कि उनकी कंपनी ने कॉपीराइट नियमों का उल्लंघन किया। उन्होंने आगे कहा कि मैंने अपनी फिल्म को आज तक कहीं भी अपलोड नहीं किया है और न ही मैंने इसे किसी को बेचा है। लेकिन मेरे बिना इजाजत के गूगल ने इसे अपलोड कर दिया। मैं गूगल से लगातार विनती करता रहा कि वह इसे अपने प्लेटफॉर्म से हटा लीजिए, लेकिन उनकी तरफ से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। इसलिए अंत में जाकर मुझे कानूनी कार्रवाई करनी पड़ी है। आखिर में जाकर ही मैंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इस तरह से टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना बिल्कुल गलत है।