वाटर टैक्सियों को लोकल ट्रेन सेवाओं, विशेष रूप से हार्बर लाइन पर लोड को कम करने में मदद करेंगी। वर्तमान में, सड़क और रेल के अलावा मुंबई और नवी मुंबई के बीच कोई अन्य परिवहन विकल्प नहीं है।
मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में परिवहन की नई सुविधा नए साल पर मिलने वाली है। मुंबई में जनवरी 2022 से वाटर टैक्सी का शुभारंभ किया जाएगा। वाटर टैक्सी सेवाओं का उद्देश्य फेरी घाट पर घरेलू क्रूज टर्मिनल (Domestic Cruise terminal) और बेलापुर (Belapur) और नेरुल (Nerul) के टर्मिनलों से दक्षिण मुंबई और नवी मुंबई के बीच परेशानी मुक्त कनेक्टिविटी प्रदान करना है।
सरकार ने रूट निर्धारित किया
राज्य सरकार ने वाटर टैक्सी सर्विस के लिए रूट आवंटित कर दिया है। मुंबई के इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल से एलीफेंटा, रीवास से डोमेस्टिक क्रूज़ टर्मिनल (DCT), धरमतार, करंजदे, डोमेस्टिक क्रूज़ टर्मिनल (Domestic Cruise Terminal) से बेलापुर, नेरुल, ऐरोली, वाशी, खंडेरी आइलैंड्स और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट (Jawahar Lal Nehru Port terminal) शामिल हैं।
सबसे व्यस्त डीसीटी से जेएनपीटी
नवी मुंबई (Navi Mumbai) से दक्षिण (South Mumbai) में यात्रियों की उच्च आमद को देखते हुए, जो शहर का एक प्रमुख वाणिज्यिक जिला है, यह माना जा रहा है कि डीसीटी (DCT) से जेएनपीटी (JNPT) कथित तौर पर सबसे अधिक मांग वाले मार्गों में से एक होगा। वाटर टैक्सियों को लोकल ट्रेन सेवाओं, विशेष रूप से हार्बर लाइन पर लोड को कम करने में मदद करेंगी। वर्तमान में, सड़क और रेल के अलावा मुंबई और नवी मुंबई के बीच कोई अन्य परिवहन विकल्प नहीं है।
नए साल के पहले सप्ताह में ही शुरू हो जाएगी वाटर टैक्सी
वाटर टैक्सी सेवाएं जनवरी 2022 के पहले सप्ताह में शुरू हो सकती हैं और शुरुआत में इसके तीन ऑपरेटर होंगे। एक चौथे ऑपरेटर के 2-3 महीने की अवधि में शामिल होने की उम्मीद है। किराए (Water taxi fare) के संबंध में, रिपोर्ट बताती है कि घरेलू क्रूज टर्मिनल से नवी मुंबई का किराया प्रति यात्री 1,200-1,500 रुपये के बीच होगा। वहीं, जेएनपीटी का किराया करीब 750 रुपये होगा।
बरसात को छोड़ हर मौसम में वाटर टैक्सी सेवा
वाटर टैक्सियों को एक यात्रा पूरी करने में लगभग 30 मिनट का समय लगेगा, जिससे लगभग 30 किमी के बीच के आवागमन का समय काफी कम हो जाएगा। भारी बारिश को छोड़कर पूरे साल वाटर टैक्सी सेवाएं चालू रहेंगी। इसके अलावा, सुबह और शाम के बीच फेरा बढ़ाने की योजना है।
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