महाराष्ट्र में किसी के पक्ष में नहीं है आकड़ें, एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद भी फंस सकता है सरकार बनाने का पेंच

महाराष्ट्र सरकार बनाने के लिए 145 सीटों की जरूरत होती है। अभी किसी भी पार्टी के पास ये जादुई आंकड़ा नहीं है। राज्य की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा है जो इस समय विपक्ष में है। रविवार को महाराष्ट्र में हुए विधान परिषद के चुनावों के बाद से एकनाथ शिंदे और उनके समर्थक विधायक गुजरात के सूरत पहुंच गए हैं।

Pawan Tiwari | Published : Jun 21, 2022 8:29 AM IST

मुंबई. महाराष्ट्र सरकार के नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की बागी हो गए हैं। उनके बगावत के बाद उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) सरकार पर संकट के बादल मडराने लगे हैं। रविवार को महाराष्ट्र में हुए विधान परिषद के चुनावों के बाद से एकनाथ शिंदे और उनके समर्थक विधायक गुजरात के सूरत पहुंच गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिंदे के साथ करीब 20 से 25 विधायक हैं। महाराष्ट्र में अभी किसी भी पार्टी के पास पूर्ण बहुमत नहीं है। वहां कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के गठबंधन से सरकार बनी है। सरकार को छोटी पार्टी और निर्दलीय विधायकों का भी साथ है। 

क्या है महाराष्ट्र में सरकार बनाने का समीकरण
महाराष्ट्र सरकार बनाने के लिए 145 सीटों की जरूरत होती है। अभी किसी भी पार्टी के पास ये जादुई आंकड़ा नहीं है। राज्य की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा है जो इस समय विपक्ष में है। वहीं, शिवसेना के पास 56, एनसीपी के 53, कांग्रेस के 44 विधायक हैं। उद्धव ठाकरे की सरकार को सपा, बहुजन विकास अघाडी समेत 11 अन्य विधायकों का भी समर्थन हासिल है। 

Latest Videos

अगर नहीं माने एकनाथ शिंदे तो क्या होगा
अगर एकनाथ शिंदे को शिवसेना मनाने में सफल नहीं हुए तो उद्धव ठाकरे की सरकार मुश्किलों में आ सकती है। हालांकि ये कहना जल्दबाजी होगी कि उद्धव ठाकरे की सरकार गिर जाएगी। आइए समीकरण के सहारे जानते हैं कि आखिर कैसे एकनाथ शिंदे की बगावत महाराष्ट्र की सत्ता में भूचाल ला सकती है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एकनाथ शिंदे के साथ करीब 25 विधायकों से संपर्क नहीं हो रहा है। वहीं, उद्धव ठाकरे की सरकार को 169 विधायकों का समर्थन हासिल है। यानि की बहुमत से 24 सीटें ज्यादा। अगर ये 25 विधायक नहीं मानते हैं या फिर पार्टी छोड़कर किसी दूसरे दल में शामिल हो जाते हैं तो सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी हो जाएगी। क्योंकि ऐसी स्थिति में सरकार के पास 144 विधायक ही बचेंगे। जो कि सरकार बनाने से 1 सीट कम है। अगर इस दौरान कोई निर्दलीय भी सरकार के खिलाफ हो जाता है तो इससे मुश्किलें बढ़ जाएंगी। 

क्या भाजपा को होगा फायदा
सरकार बनाने का जादुई आंकडा भाजपा के पास भी नहीं है। बीजेपी के पास कुल 106 विधायक ही है। जबकि उसके सहयोगी के पास 7 विधायक है। ऐसे में भाजपा के विधायकों की संख्या 113 होती है। जो कि सरकार बनाने से 32 सीटें दूर है। अगर मान लीजिए सभी 25 बागी विधायक भाजपा के साथ आते हैं उसके बाद भी भाजपा का आंकड़ा 138 ही होता है। जो सरकार बनाने से 7 सीट कम है।

इसे भी पढ़ें- अग्निपथ पर उद्धव ठाकरे की सरकार: शिव 'सेना' में बगावत, 25 MlAs को लेकर मातोश्री के वफादार मंत्री हुए 'फरार' 

क्यों नाराज हुए उद्धव के करीबी एकनाथ शिंदे, माने जाते हैं ठाकरे परिवार के बाद सबसे ताकतवर 'शिवसैनिक' 
 

Share this article
click me!

Latest Videos

इजरायल को खत्म कर देंगे...हाथ में बंदूक थाम खामेनेई ने किया वादा
'हिम्मत कैसे हुई पूछने की' भरी अदालत में वकील पर क्यों भड़के CJI चंद्रचूड़
चाणक्य: 4 चीजों में महिलाओं की बराबरी नहीं कर सकते हैं पुरुष #Shorts
सावित्री जिंदल से भी अमीर है एक बंदा, जानें हरियाणा चुनाव में कौन है 10 सबसे अमीर प्रत्याशी?
नवरात्र में भूलकर भी न करें ये 5 काम, जानें किन-किन चीजों का रखना चाहिए ध्यान । Navratri 2024