53 साल में पहली बार ठाकरे परिवार का सदस्य चुनावी राजनीति में उतरेगा, उद्धव के बेटे इस सीट से लड़ेंगे चुनाव

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपने बेटे आदित्य ठाकरे को मैदान में उतारने वाले हैं। पहली बार ठाकरे परिवार का कोई सदस्य चुनाव लड़ेगा। आदित्य ठाकरे मुंबई के वर्ली से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। 

Asianet News Hindi | Published : Sep 30, 2019 5:51 AM IST / Updated: Oct 02 2019, 05:05 PM IST

मुंबई.  शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे को लेकर चल रहीं अटकलों पर पार्टी ने विराम लगा दिया है। उद्धव के बड़े बेटे आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। यह पहली बार होगा जब ठाकरे परिवार का कोई सदस्य चुनावी राजनीति में उतरेगा। शिवसेना ने आदित्य को मुंबई के वर्ली से टिकट देने का फैसला किया है।

बाल ठाकरे ने 1966 में पार्टी की नींव रखी थी। उस वक्त से ठाकरे परवार का कोई सदस्य ना तो चुनाव लड़ा और ना ही संवैधानिक पद पर रहा। हालांकि, बाल ठाकरे के भतीजे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने 2014 में चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी लेकिन बाद में उन्होंने इनकार कर दिया था।

शिवसेना के मौजूदा विधायक सीट छोड़ने को तैयार
समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में शिवसेना के एक नजदीकी ने बताया कि आदित्य ठाकरे का नाम वर्ली सीट से उम्मीदवार के तौर पर तय किया गया है। इस सीट से शिवसेना के मौजूदा विधायक सुनील शिंदे आदित्य के लिए सीट छोड़ने को तैयार हैं। 

लोगों का प्रतिनिधि करने वाले ठाकरे परिवार के पहले सदस्य होंगे आदित्य
उन्होंने बताया कि वर्ली शिवसेना के लिए सबसे सुरक्षित सीटों में से एक है। इसलिए इस सीट पर आदित्य को उतारने का फैसला किया गया है। इस सीट पर एनसीपी के उम्मीदवार रहे सचिन अहीर भी शिवसेना में शामिल हो गए हैं। इससे आदित्य की राह और भी आसान हो गई है। अगर वे जीतते हैं तो जनता का प्रतिनिधि करने वाले ठाकरे परिवार के पहले सदस्य होंगे। 

आदित्य को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश कर रही शिवसेना
शिवसेना लोकसभा चुनाव के बाद से आदित्य को मुख्यमंत्री पद के चेहरे के तौर पर प्रोजेक्ट कर रही है। हाल ही में उन्होंने अपने पिता बाल ठाकरे को दिया हुआ वचन भी याद दिलाया था। ठाकरे ने बताया था कि उन्होंने पिता से वादा किया था कि एक दिन शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाएंगे। यह बयान भाजपा के लिए चुनाव के बाद मुश्किल खड़ा कर सकता है। हालांकि, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साफ कर दिया था कि अगर आदित्य उप मुख्यमंत्री बनते हैं, तो उन्हें काफी खुशी होगी।

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