फर्जी जीएसटी बिलों के माध्यम से सरकार को चूना लगाने पर पुणे की दो कंपनियों का पर्दाफाश। फर्जी वस्तु एवं सेवा टैक्स बिल तैयार कर करते थे करोड़ों की धोखाधड़ी।
पुणे: पुणे में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर बिना आपूर्ति वाली वस्तुओं पर इनपुट टैक्स क्रैडिट का दावा करने के लिए, फर्जी वस्तु एवं सेवा टैक्स बिल तैयार करने के रैकेट का भंडाफोड़ किया है। माना जा रहा है कि धोखाधड़ी करीब 700 करोड़ रुपयों की है।
बनाए फर्जी GST बिल
केंद्रीय वस्तु एवं सेवा शुल्क(GST)की पुणे ब्रांच ने इसमें शामिल शहर की दो कंपनियों का पर्दाफाश किया है। एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक दो कंपनियों-- मैसर्स रिलायबल मल्टीट्रेडिंग और मैसर्स हिमालय ट्रेडलिंक्स ने जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराया था। उन्होंने फर्जी इनपुट टैक्स क्रैडिट दावे के लिए 54 करोड़ रुपए के जीएसटी रिफंड के साथ 500 करोड़ रुपए के जीएसटी बिल बनाए और सरकारी खजाने को चूना लगाया।
कंपनियों के पार्टनर अशोक थेपडे़ और विलास अटल को गिरफ्तार किया गया है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)