3 मार्च तक ED की कस्टडी में रहेंगे Nawab Malik, अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से संबंध के लगे हैं आरोप

एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक को कोर्ट ने आठ दिन के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कस्टडी में भेज दिया है। मलिक तीन मार्च तक ईडी की कस्टडी में रहेंगे। ईडी ने 14 दिन के कस्टडी की मांग की थी। 

Asianet News Hindi | Published : Feb 23, 2022 3:39 PM IST / Updated: Feb 23 2022, 10:13 PM IST

मुंबई। एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) को बुधवार को मुंबई की पीएमएलए कोर्ट ने आठ दिन के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कस्टडी में भेज दिया है। मलिक तीन मार्च तक ईडी की कस्टडी में रहेंगे। ईडी ने 14 दिन की कस्टडी की मांग की थी।

नवाब मलिक के वकीलों ने कोर्ट में अर्जी लगाई थी कि मलिक को घर का खाना प्राप्त करने, दवाएं ले जाने और पूछताछ के दौरान वकीलों की उपस्थिति की अनुमति दी जाए। कोर्ट ने नवाब मलिक को प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत की अवधि में अपनी दवाएं ले जाने और घर का खाना प्राप्त करने की अनुमति दी। नवाब मलिक के वकील तारिक सैय्यद ने कहा कि अदालत गुरुवार को हमारे आवेदनों पर सुनवाई करेगी, जिसमें नवाब मलिक को उनकी हिरासत के दौरान अपनी दवाएं ले जाने, घर से भोजन प्राप्त करने और हिरासत में पूछताछ के दौरान वकीलों की उपस्थिति की अनुमति देने की मांग की गई थी।

सरकार नहीं लेगी इस्तीफा 
ईडी द्वारा नवाब मलिक की गिरफ्तारी के खिलाफ महा विकास अघाड़ी के मंत्री गुरुवार को महात्मा गांधी स्मारक पर प्रवर्तन निदेशालय और केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। राकांपा नेता और मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं लेगी। सीएम के साथ बैठक के बाद तीनों दलों ने इस पर सहमति जताई है।

छगन भुजबल ने पार्टी अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर एनसीपी नेताओं की बैठक के बाद कहा कि शरद पवार को ममता बनर्जी और कांग्रेस नेताओं के फोन आए हैं। इन नेताओं ने अपना समर्थन व्यक्त किया है। नवाब मलिक को गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया। उन्हें विपक्ष पर हमला करने की सजा मिल रही है। हम न्याय के लिए लड़ेंगे। वे (केंद्र) हमारी सरकार गिराने के लिए हमारे मंत्रियों पर दबाव बना रहे हैं।

वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि दाऊद जैसे देश के दुश्मन को मदद जिसके माध्यम से हुई उसको बचाने के लिए और उनका मंत्री पद बचाने के लिए पूरी सरकार (महाराष्ट्र सरकार) उनके पीछे खड़ी है। देश को इसका जवाब इस सरकार को देना पड़ेगा। 

बता दें कि बुधवार को उद्धव ठाकरे सरकार में मंत्री नवाब मलिक को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। नवाब मलिक पर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) से संबंध रखने और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा है। ED की टीम बुधवार सुबह 5 बजे मलिक के कुर्ला के नूर मंजिल स्थित घर पहुंची थी। ईडी की टीम सुबह 7.45 बजे पूछताछ के लिए उन्हें लेकर मुंबई स्थित दफ्तर पहुंची। बताया जा रहा है कि पूछताछ में नवाब मलिक अधिकारियों का सहयोग नहीं कर रहे थे, इसी कारण उन्हें गिरफ्तार किया गया है। बताया तो यह भी जा रहा है कि उन्हें अंडरवर्ल्ड से रिश्तों के आरोप में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है।

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ये है पूरा मामला?
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि नवाब मलिक ने मुंबई में दाऊद के करीबियों से जमीन खरीदी थी। इसमें मुंबई बम धमाकों में उम्रकैद की सजा काट रहे शहा वली खान और हसीना पारकर के करीबी सलीम पटेल के साथ नवाब मलिक के व्यवसायिक संबंध हैं। सलीम पटेल के पावर ऑफ अटॉर्नी वाली कुर्ला में तीन एकड़ जमीन सॉलिडस नाम की कंपनी को बेची गई थी, जो नवाब मलिक की कंपनी है। यह कंपनी शहा वली खान के जरिए खरीदी गई थी। उन्होंने कहा कि जब जमीन का सौदा 2003 में हुआ, तब भी नवाब मलिक मंत्री थे। 2019 में उन्होंने कंपनी से इस्तीफा दे दिया था। फडणवीस ने कहा था कि नवाब मलिक और उनके रिश्तेदारों की कुल पांच ऐसी प्रॉपर्टी पकड़ी हैं, जिसमें चार का संबंध अंडरवर्ल्ड से है।

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