आंध्र में 200 करोड़ रुपए के 2 लाख किलोग्राम गांजे में आग लगाई, पुलिस की 406 टीमों ने की कार्रवाई

आंध्र प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) गौतम सवांग ने बताया कि प्रतिबंधित माओवादी संगठन गांजा की खेती को बढ़ावा दे रहे हैं, जो ओडिशा के 23 जिलों और विशाखापत्तनम जिले के 11 मंडलों में चल रही है। इनके खिलाफ ऑपरेशन परिवर्तन चलाया जा रहा है। इसमें व्यापक सफलता मिल रही है। 

Asianet News Hindi | Published : Feb 13, 2022 4:57 AM IST

विशाखापत्तनम। मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान 'ऑपरेशन परिवर्तन' के तहत आंध्र प्रदेश पुलिस ने बड़ी मात्रा में गांजे को आग के हवाले किया है। आंध्र प्रदेश पुलिस के मुताबिक राज्य के कुछ तटीय इलाकों से जब्त 200 करोड़ रुपए का गांजा आग के हवाले कर नष्ट कर दिया। यह गांजा पिछले कुछ वर्षों में जब्त किया गया था। पुलिस महानिदेशक (DGP) गौतम सवांग ने कहा कि प्रतिबंधित माओवादी संगठन गांजा की खेती को बढ़ावा दे रहे हैं, जो ओडिशा के 23 जिलों और विशाखापत्तनम जिले के 11 मंडलों में चल रही है।

1,500 लोगों को किया गिरफ्तार, 577 मामले दर्ज 
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन 'परिवर्तन' के तहत 406 विशेष पुलिस टीमों ने 11 मंडलों के 313 गांवों में गांजे के बागानों को नष्ट कर दिया। उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों के कई समूह आंध्र-ओडिशा सीमा पर गांजे की खेती और मादक पदार्थ के अवैध परिवहन में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि गांजे की खेती करने वाले 1,500 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 577 मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने गांजा तस्करी में शामिल 314 वाहनों को जब्त किया है।

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दिसंबर में भी नष्ट किए थे पौधे

इससे पहले दिसंबर 2021 में भी इसी ऑपरेशन के तहत आंध्र प्रदेश पुलिस ने 36 दिनों के अंदर 1,491.2 करोड़ रुपए की अनुमानित कीमत के 29,82,425 भांग के पौधों को नष्ट किया था। यह 5,964.85 एकड़ में लगाए गए थे। यह कार्रवाई आंध्र प्रदेश-ओडिशा सीमा पर स्थित इलाकों में की गई थी। हाल ही में छत्तीसगढ़ में भी रायगढ़ पुलिस ने ओडिशा से गांजा लाने वाले तस्कर को गिरफ्तार किया था। वह इन्वर्टर में भरकर गांजा ला रहा था। साधु के वेश में इस शख्स के पास से 14 किलोग्राम गांजा मिला था।  

क्या है ऑपरेशन परिवर्तन
ऑपरेशन 'परिवर्तन' 31 अक्टूबर 2021 को शुरू किया गया था। इसका मकसद राज्य के आदिवासियों से स्वैच्छिक तरीके से गांजा जब्त कर नष्ट करना है। यह उनके व्यवहार परिवर्तन के लिए किया जा रहा है।  

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