बंगाल: ममता के 43 विधायकों ने मंत्रिपद की शपथ ली, BJP ने सुवेंदु अधिकारी को विपक्ष का नेता चुना

ममता बनर्जी के 43 मंत्रियों ने आज शपथ ली। इनमें से 3 ने ऑनलाइन शपथ ली। मंत्रिमंडल में 18 नए चेहरों को शामिल किया है। 24 विधायकों को कैबिनेट का दर्जा मिला है। सबसे बड़ी बात मंत्रिमंडल में नारद घोटाले में फंसे फरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी को भी शामिल किया है। इनके खिलाफ राज्यपाल ने CBI को केस चलाने की अनुमति दी है। बता दें ममता बनर्जी ने 5 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वे तीसरी बार लगातार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनी हैं। 

Asianet News Hindi | Published : May 10, 2021 4:07 AM IST / Updated: May 10 2021, 05:55 PM IST

कोलकाता, पश्चिम बंगाल. ममता बनर्जी के 43 मंत्रियों ने आज शपथ ली। इनमें से 3 ने ऑनलाइन शपथ ली। मंत्रिमंडल में 18 नए चेहरों को शामिल किया है। 24 विधायकों को कैबिनेट का दर्जा मिला है। सबसे बड़ी बात मंत्रिमंडल में नारद घोटाले(Narada sting operation) में फंसे फरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी को भी शामिल किया है। इनके खिलाफ राज्यपाल ने CBI को केस चलाने की अनुमति दी है। इस बीच राज्यपाल ने ममता सरकार को गैर जिम्मेदार बताकर सनसनी फैला दी है। बता दें ममता बनर्जी ने 5 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वे तीसरी बार लगातार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनी हैं। इस बीच नंदीग्राम से भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता चुने गए हैं। 

मंत्रिमंडल के शपथ के साथ ही विवाद...

शपथ ग्रहण से पहले ही राज्य में चौंकाने वाला घटनाक्रम हुआ। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने नारद घोटाले में 4 नेताओं पर केस चलाने की अनुमति दी। इस मामले की जांच CBI कर रही है। बता दें कि ये नेता हैं फरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और सोवन चटर्जी। रविवार को जिन 43 मंत्रियों की लिस्ट जारी की गई थी, उनमें फरहाद और सुब्रत का नाम भी शामिल था। इसके बाद से ही मंत्रिमंडल को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। इस मामले में भाजपा में शामिल होकर ममता बनर्जी को हरा चुके सुवेंदु अधिकारी का नाम भी शामिल था, लेकिन लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने उन पर मुकदमा चलाने की अनुमति नहीं दी थी।

बता दें कि ममता बनर्जी की कैबिनेट में सुब्रत मुखर्जी, पार्थ चटर्जी, फरहाद हकीम, अरूप विश्वास, सुजीत बोस, चंद्रिमा भट्टाचार्य और शशि पांजा ने वापसी की है। वहीं, राज्यसभा सदस्य मानस भुइयां को भी कैबिनेट जगह मिली है। इस बार वे विधानसभा का चुनाव लड़े थे।

यह है नारद घोटाला
2016 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नारद न्यूज के सीईओ मैथ्यु सैमुअल ने एक स्टिंग वीडियो जारी किया था। इसमें वे एक कंपनी के प्रतिनिधि के तौर पर तृणमूल कांग्रेस के तत्कालीन 7 सांसदों, तीन मंत्रियों और कोलकाता नगर निगम के मेयर शोभन चटर्जी को काम कराने के एवज में रिश्वत देते नजर आ रहे थे। इस मामले ने राजनीति भूचाल ला दिया था। सीबीआई बंगाल में हुए शारदा, रोजवैली सहित कई चिटफंड घोटालों की जांच कर रही है, नारद उनमें एक है।

राज्यपाल ने सरकार को बताया गैर जिम्मेदार

इस बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता को र जिम्मेदार बताकर सनसनी फैला दी है। राज्यपाल ने कहा-लोकतंत्र में लोगों ने वोट करने का फैसला किया इसलिए उन्हें अपनी ज़िदगी और मानव अधिकारों की कीमत चुकानी पड़ रही है। अगर आपका वोट आपकी मौत, संपत्ति की तोड़-फोड़ और लूट का कारण बनता है तो ये लोकतंत्र का अंत है। राज्यपाल ने यह भी कहा कि उन्होंने राज्य सरकार से अनुरोध किया था कि वे हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करना चाहते हैं और हेलिकॉप्टर उपलब्ध कराया जाए। सरकार ने लिखित में कोई भी जवाब देने से मना ​कर दिया और अनाधिकारिक तौर पर कहा कि हेलिकॉप्टर उपलब्ध नहीं कराया जाएगा।

भाजपा नेताओं ने कहा

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कोलकाता में कहा-ममता जी आप जीत गई हैं, आपको बधाई। अगर हमने आपकी जीत को स्वीकार किया है तो आप भी भाजपा की बढ़ती हुई जीत को स्वीकार करिए। ये हिंसा का जो तांडव हो रहा है वो ठीक नहीं है। वहीं, शुभेंदु ने कहा-पार्टी और पार्टी विधायक दल ने मुझे जो ज़िम्मेदारी दी है उसे निभाने की मैं पूरी कोशिश करूंगा। पश्चिम बंगाल में जो वारदात चल रही है, भ्रष्टाचार, आगजनी और हत्याओं की उनके ख़िलाफ़ आवाज बुलंद करूंगा।
 

यह भी जानें...
ममता के मंत्रिमंडल में 18 नए चेहरे शामिल किए गए हैं। 24 विधायकों को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। मंत्रिमंडल में पूर्व आईपीएस अधिकारी हुमायूं कबीर खान को मंत्री बनाया गया है। उन्हें स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। चंदननगर के पूर्व पुलिस आयुक्त (CP) हुमायूं कबीर ने जनवरी में रिटायरमेंट से 3 महीने पहले इस्तीफा दे दिया था। साल 2003-बैच के कबीर 9 फरवरी को टीएमसी में शामिल हुए थे। 19 मंत्रियों को स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। पूर्व वित्त मंत्री अमित मित्रा को फिर मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। हालांकि वे इस बार स्वास्थ्य खराब होने से चुनाव नहीं लड़े हैं। वे खड़दह से चुनाव लड़ते रहे हैं। मंत्रिमंडल में 8 महिलाओं को जगह दी गई है। वहीं नए चेहरों में हुमायूं कबीर के अलावा पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी भी शामिल हैं। 

 

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