नागालैंड में सुरक्षाबलों की फायरिंग में 13 आम नागरिकों की मौत, सेना ने दिया कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश

सैन्य अधिकारियों ने बताया कि म्यांमार (Myanmar) की सीमा से लगने वाले मोन जिले में उग्रवादियों की गतिविधियों से जुड़ी खुफिया जानकारी के आधार पर अभियान चलाया गया था। सेना ने घटना पर खेद जताते हुए कहा कि लोगों की मौत की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी' के जरिए उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है।

Asianet News Hindi | Published : Dec 5, 2021 3:40 AM IST / Updated: Dec 05 2021, 11:19 AM IST

कोहिमा। नागालैंड में सुरक्षाबलों की फायरिंग में 13 आग नागरिकों की मौत होने की खबर है। घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों सुरक्षाबलों की गाड़ियों में आग लगा दी। यह घटना मोन (Mon) जिले के ओतिंग (Oting) गांव की है, जहां ग्रामीण एक पिक-अप ट्रक से घर लौट रहे थे। यह घटना नक्सल ऑपरेशन के दौरान की गई कार्रवाई में हुई। घटना के बाद रविवार सुबह सेना ने इस मामले की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी' का आदेश दिया है।
नगालैंड की राजधानी कोहिमा पुलिस ने गोलीबारी में 11 आम लोगों की मौत की पुष्टि की है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि मृतकों की संख्या 13 है। पुलिस ने का कि वह यह पता लगाने के लिए जांच कर रही है कि क्या यह गलत पहचान किए जाने से जुड़ी घटना है।

सेना का एक जवान शहीद, कई घायल
सैन्य अधिकारियों ने बताया कि म्यांमार (Myanmar) की सीमा से लगने वाले मोन जिले में उग्रवादियों की गतिविधियों से जुड़ी खुफिया जानकारी के आधार पर अभियान चलाया गया था। सेना ने घटना पर खेद जताते हुए कहा कि लोगों की मौत की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी' के जरिए जांच की जा रही है। कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी। इस घटना में कुछ सुरक्षाकर्मी अभियान में गंभीर रूप से घायल हुए हैं और एक जवान की मौत हो गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे को घटना की जानकारी दी गई है। 

नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने ट्वीट किया- ओतिंग में नागरिकों की हत्या के लिए दुर्भाग्यपूर्ण घटना बेहद निंदनीय है। उन्होंने उच्च स्तरीय SIT से मामले की जांच कराने की बात कही। सीएम ने कहा- एसआईटी देश के कानून के अनुसार न्याय करेगी। उन्होंने सभी वर्गों से शांति की अपील की है। हालांकि, फायरिंग कैसे, कब और किन हालात में हुई इसे लेकर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। नागालैंड की स्थानीय मीडिया के मुताबिक सुरक्षाबल उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहे थे। इसी दौरान घटना हुई। 

 

परिजनों ने खोजबीन शुरू की तो मिले शव 
इस घटना की जानकारी तब हुई, जब सभी ग्रामीण समय पर घर नहीं पहुंचे। इसके बाद उनके परिवार वालों ने खोजबीन शुरू की तो उनके शव मिले। शव देखते ही ग्रामीणों में आक्रोश भड़क गया और उन्होंने सुरक्षाबलों की गाड़ियों में आग लगा दी। राज्य के आईपीएस अधिकारी रूपिन शर्मा ने ट्विटर पर घटना का वीडियो शेयर किया है। उन्होंने लिखा - ओतिंग गांव में कई नागरिकों के मौत की खबर है, जिसमें सुरक्षाबल शामिल हैं। उन्होंने गाड़ियों में आग की तस्वीरों भी शेयर किया था ।हालांकि उन्होंने बाद में वीडियो डिलीट कर दिया।

गृह मंत्री अमित शाह ने जताया दुख 
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने ट्वीट कर कहा है कि नागालैंड के ओतिंग की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से काफी व्यथित हूं। जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है, उनके परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय SIT इस घटना की गहन जांच करेगी, ताकि शोक संतप्त परिवारों को न्याय सुनिश्चित किया जा सके।

यह भी पढ़ें
Delhi की लड़की जीती... विवाद के बाद परिवहन विभाग ने बंद की वाहन रजिस्ट्रेशन नंबरों की SEX अल्फाबेट वाली सीरीज
जेएनयू छात्र संघ ने दिखाई विवादित डॉक्यूमेंट्री ‘राम के नाम’, यूनवर्सिटी प्रशासन की अनुमति पर कहा- जरूरत नहीं

 

 

Share this article
click me!