Azadi ka Amrit Mahotsav: भारत गौरव यात्रा शुरू होने के पहले एआईसीसी मुख्यालय में सोमवार को कांग्रेस की सीनियर लीडर अंबिका सोनी ने झंडारोहण किया।
नई दिल्ली। भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्षगांठ पर कांग्रेस ने भारत गौरव यात्रा निकाली। भारत गौरव यात्रा में देश के गौरवशाली अतीत को याद करने के साथ शहीदों को नमन किया गया। लाल किले पर पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने कहा कि उन्होंने देश को निराश किया क्योंकि उन्होंने वादों के बारे में बात नहीं की।
अंबिका सोनी ने मुख्यालय पर फहराया झंड़ा
भारत गौरव यात्रा शुरू होने के पहले एआईसीसी मुख्यालय में सोमवार को कांग्रेस की सीनियर लीडर अंबिका सोनी ने झंडारोहण किया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कोविड पॉजिटिव होने की वजह से अंबिका सोनी ने पार्टी मुख्यालय पर झंडा फहराया। ध्वजारोहण समारोह में राहुल गांधी भी शामिल हुए। उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा भी थे। इस अवसर पर मौजूद अन्य वरिष्ठ नेताओं में पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, के सी वेणुगोपाल और जयराम रमेश, कोषाध्यक्ष पवन कुमार बंसल और पार्टी दिग्गज मोहसिना किदवई शामिल थीं।
गौरव यात्रा का नेतृत्व राहुल गांधी ने किया
कांग्रेस नेताओं ने अपनी आजादी गौरव यात्रा के तहत पार्टी मुख्यालय से तीस जनवरी रोड पर गांधी स्मृति तक एक मार्च निकाला। इस मार्च में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, अंबिका सोनी, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और के सी वेणुगोपाल समेत अन्य लोग शामिल हुए।
कांग्रेस ने किया कटाक्ष, पीएम ने वादा नहीं निभाया
लाल किले पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए, कांग्रेस ने कहा कि उन्होंने देश को निराश किया क्योंकि उन्होंने वादों के बारे में बात नहीं की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने दावा किया कि मोदी के भाषण में ऊर्जा और भावनाओं की कमी थी। उन्होंने कहा, 'देश उम्मीद कर रहा था कि प्रधानमंत्री अपने आठ साल के शासन का रिपोर्ट कार्ड पेश करेंगे। यह दुखद है कि प्रधानमंत्री ने आज पूरे देश को निराश किया।'
खेड़ा ने कहा कि अपने भाषण में उन्होंने किसानों की आय दोगुनी करने, रोजगार मुहैया कराने जैसे खोखले वादों की बात नहीं की। 'परिवारवाद' पर मोदी की टिप्पणी पर खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भाजपा के आंतरिक मुद्दों पर टिप्पणी की होगी क्योंकि भगवा पार्टी में 'परिवारवाद' है। मोदी ने सोमवार को कहा कि देश के सामने बड़ी चुनौतियां भाई-भतीजावाद और वंशवाद और भ्रष्टाचार हैं, और कहा कि हमें एक साथ मिलकर लड़ना होगा। 76वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने भाई-भतीजावाद को 'बुराई' बताया और कहा कि देश को इसके खिलाफ एक साथ आने की जरूरत है।