दिल्ली हिंसा के दौरान 8 राउंड की फायरिंग, कांस्टेबल पर तान दी थी पिस्टल...शामली से गिरफ्तार हुआ शाहरूख

सीएए को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान फायरिंग करने वाले आरोपी शाहरूख को दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने शामली से गिरफ्तार कर लिया है। शाहरूख ने हिंसा के दौरान 8 राउंड फायरिंग की थी। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 3, 2020 7:17 AM IST / Updated: Mar 03 2020, 01:33 PM IST

नई दिल्ली. सीएए को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान फायरिंग करने और दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल दीपक के सीन पर पिस्टल तानने वाले आरोपी शाहरूख को दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने शामली से गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि शाहरूख हिंसा के बाद से ही फरार चल रहा था। दिल्ली पुलिस 3.30 बजे प्रेस कांफ्रेंस कर मामले की पूरी जानकारी देगी। 

शामली से किया गया गिरफ्तार

बीते 24 फरवरी को मौजपुर चौक पर तीसरी बटालियन में तैनात हवलदार दीपक दहिया पर सामने से पिस्टल तानने व दंगे में सात गोलियां चलाने वाले आरोपित शाहरुख को पकड़ना दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई थी। 

स्पेशल सेल को 26 फरवरी को इसे दबोचने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। छह दिनों से स्पेशल सेल उत्तर प्रदेश के शामली के कुछ कस्बों के आसपास डेरा डाले हुई है। पंजाब, मुजफ्फरनगर व कैराना में भी सेल की टीमें शाहरुख के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी थी। शाहरुख  के घर के सभी सदस्य भी फरार बताए जा रहे हैं।

उस्मानपुर में रहता है शाहरूख 

शाहरुख थाना उस्मानपुर की अरविंद नगर, गली नंबर 5 यू-108 में रहता है। फिलहाल घर पर ताला लगा हुआ है। मौजपुर हिंसा के दौरान शाहरूख पुलिस के सामने उपद्रव कर रहा था। वह पुलिस के सामने गोलियां चला रहा था। यहां तक कि शाहरूख ने हवलदार दीपक दहिया पर भी पिस्टल तान दी थी। पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश भी की थी लेकिन वह उत्पात मचाता रहा। फिलहाल उसकी गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है। उससे पूछताछ में कई अहम खुलासे होने की उम्मीद भी जताई जा रही है। 

मरने वालों की संख्या हुई 47 

दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाके में 23, 24 और 25 फरवरी को हिंसा हुई थी। इसमें अब तक 47 लोगों की मौत हो चुकी है। 300 से ज्यादा जख्मी हैं। रविवार को दिल्ली पुलिस ने गोकुलपुरी के दो नहरों से 4 शव बरामद किया था। बताया जा रहा कि 47 शवों में से अभी भी 7 शवों की पहचान नहीं हो सकी है। 

25 फरवरी की शाम से शांति 

नागरिकता कानून के समर्थन और विरोध करने वाले गुटों के आमने सामने आने के बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली इलाके में हिंसा शुरू हुई थी। हिंसा में मुख्य रूप से जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग, खुरेजी खास, गोकुलपुरी और भजनपुरा सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। दिल्ली में 25 फरवरी की शाम के बाद से हिंसा की कोई घटना सामने नहीं आई। हालांकि, हिंसा को लेकर रविवार शाम को अफवाह जरूरी फैली थीं।

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