प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये भारतीय विश्वविद्यालयों के संघ के 95 वें वार्षिक सम्मेलन और कुलपतियों की राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने डॉ. बीआर अंबेडकर पर किशोर मकवाने द्वारा लिखित पुस्तकों का विमोचन भी किया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने डॉ. भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि देते हुए उनके महान कार्यों पर प्रकाश डाला।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये भारतीय विश्वविद्यालयों के संघ के 95 वें वार्षिक सम्मेलन और कुलपतियों की राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने डॉ. बीआर अंबेडकर पर किशोर मकवाने द्वारा लिखित पुस्तकों का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में गुजरात के राज्यपाल और मुख्यमंत्री तथा केंद्रीय शिक्षा मंत्री भी मौजूद रहे। इसका आयोजन अहमदाबाद स्थित डॉ. बीआर अंबेडकर खुला विश्वविद्यालय ने किया।
कार्यक्रम में बोले मोदी
कार्यक्रम के बारे में
देश में उच्च शिक्षा की मुख्य और शीर्ष संस्था भारतीय विश्वविद्यालयों के संघ (एआईयू) ने 14-15 अप्रैल को अपने 95वें वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया है। यह सम्मेलन वह अवसर है जब एआईयू अपनी पिछले वर्ष की उपलब्धियों का प्रदर्शन करता है, अपनी वित्तीय स्थिति का लेखा जोखा प्रस्तुत करता है और आने वाले वर्ष के लिए अपनी योजनाओं के बारे में बताता है। यह वह मंच भी है, जिसमें ज़ोनल कुलपति सम्मेलन की सिफारिशों तथा पूरे साल हुए अन्य वैचारिक आदान प्रदान के बारे में सदस्यों को जानकारी दी जाती है। इस सम्मेलन के साथ ही एआईयू के 96वें स्थापना दिवस का समारोह भी मनाया जाएगा। एआईयू की स्थापना 1925 में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सरीखे महान निष्ठावान नेताओं के संरक्षण में हुई थी। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के जीवन पर किशोर मकवाना द्वारा लिखित चार पुस्तकों डॉ. अंबेडकर जीवन दर्शन, डॉ. अंबेडकर व्यक्ति दर्शन, डॉ. अंबेडकर राष्ट्र दर्शन और डॉ. अंबेडकर आयाम दर्शन का विमोचन किया।