दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना के खिलाफ AAP विधायकों का धरना दूसरी रात भी रहेगा जारी

आम आदमी पार्टी के विधायक सोमवार की रात में विधानसभा परिसर में लेफ्टिनेंट गवर्नर वीके सक्सेना के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच के लिए धरना दिया। इनका आरोप है कि खादी ग्रामोद्योग बोर्ड का चेयरमैन रहते सक्सेना ने 1400 करोड़ रुपये के पुराने नोटों को कर्मचारियों पर अनैतिक दबाव डालकर बदलवाया था।

Dheerendra Gopal | Published : Aug 30, 2022 12:30 PM IST / Updated: Aug 30 2022, 06:01 PM IST

नई दिल्ली। उप राज्यपाल वीके सक्सेना के खिलाफ जांच की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी के विधायकों का धरना दूसरी रात भी जारी रहेगा। आप विधायक, दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना के खिलाफ नोटबंदी के दौरान करोड़ों रुपये के अवैध एक्सचेंज कराने के आरोपों की जांच की मांग कर रहे हैं। आरोप है कि खादीग्रामोद्योग बोर्ड का अध्यक्ष रहते हुए वीके सक्सेना ने 1400 करोड़ रुपये के पुराने नोटों को अवैध तरीके से बदलवाया। सोमवार की रात में आप विधायकों ने विधानसभा परिसर में गांधी प्रतिमा के नीचे धरना दिया था। गांधीवादी तरीके से दिए गए इस धरने के जवाब में बीजेपी विधायकों ने भी रात में ही विधानसभा परिसर में ही धरना दिया था। बीजेपी मांग कर रही थी कि आप सरकार अपने आरोपी दो मंत्रियों को बर्खास्त करे। 

सोमवार को एक ही परिसर में आप-बीजेपी का हुआ रात में धरना

सोमवार की रात में दिल्ली का विधानसभा परिसर गुलजार रहा। आप विधायक परिसर में गांधी प्रतिमा के नीचे धरना दे रहे थे तो बीजेपी विधायक भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु की प्रतिमा के पास धरना दे रहे थे। दोनों दल एक दूसरे के खिलाफ अपनी मांग को उठा रहे थे। मंगलवार को भी आप विधायकों ने धरना जारी रखने का ऐलान किया है। 

क्या है आम आदमी पार्टी के विधायकों की मांग

आम आदमी पार्टी के विधायकों की मांग है कि नोटबंदी में दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना पर लगे आरोपों की जांच हो। दरअसल, वीके सक्सेना खादी ग्रामोद्योग बोर्ड का अध्यक्ष थे। आरोप है कि 2016 की नोटबंदी में वीके सक्सेना ने खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के कर्मचारियों पर अनैतिक दबाव बनाकर 1400 करोड़ रुपये की पुरानी नोटों को एक्सचेंज कराया था। आप विधायकों का आरोप था कि पीएम मोदी को बोर्ड के कैशियर ने इस अवैध काम के संबंध में लिखित जानकारी दी थी लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। विधायकों का आरोप है कि पीएम मोदी, वीके सक्सेना के भ्रष्टाचार की जानकारी के बावजूद उनको दिल्ली का उपराज्यपाल बनवाए हैं। आप विधायक, दिल्ली एलजी के खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सोमवार को आप विधायकों ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन व धरना किया। 

Read this also: दिल्ली में हाईवोल्टेज धरना: आप की मांग LG पर करप्शन केस चले, BJP बोली- जैन व सिसोदिया को करें बर्खास्त

बीजेपी ने भी जवाब में दिया धरना

आप विधायकों के धरने के जवाब में रात में ही बीजेपी ने भी धरना दिया। बीजेपी विधायक, केजरीवाल सरकार के दो मंत्रियों मनीष सिसोदिया व डॉ.सत्येंद्र जैन की बर्खास्तगी की मांग कर रहे थे। इन लोगों का आरोप था कि आप सरकार के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप के बावजूद पद पर बनाए रखा गया है। विधायकों का नेतृत्व कर रहे रामवीर सिंह बिधूडी ने कहा कि बीजेपी विधायकों की विधानसभा में नहीं सुनी जा रही है इसलिए वह लोग विधानसभा के बाहर बैठने को मजबूर हैं। 

दिल्ली में आबकारी नीति के खिलाफ वीके सक्सेना करा रहे जांच

उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने हाल ही में दिल्ली आबकारी की नई नीति के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। उनकी सिफारिश के बाद डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ सीबीआई ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ईडी ने भी इस केस में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आप ने उप राज्यपाल सक्सेना पर दिल्ली सरकार के काम में 'हस्तक्षेप' करने का आरोप लगाया था।

यह भी पढ़ें:

ED ने अभिषेक बनर्जी और उनकी भाभी को भेजा समन, ममता बनर्जी ने भतीजे पर कार्रवाई की जताई थी आशंका

मनीष सिसोदिया का दावा-पीएम के कहने पर सीबीआई रेड, मोदी चाहते हैं सिसोदिया को कुछ दिन जेल में डाला जाए

पति के आफिस पहुंचकर हंगामा करना, अपमान करना भी क्रूरता, HC ने तलाक पर मुहर लगाते हुए की टिप्पणी

भगवान शिव अनुसूचित जाति के, जगन्नाथ आदिवासी, कोई देवता ब्राह्मण नहीं...JNU VC का विवादित बयान

Read more Articles on
Share this article
click me!