दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा (Jahangirpuri violence) मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों को पुलिस रोहिणी कोर्ट में पेशी के लिए ले गई। इस दौरान आरोपियों में कानून का खौफ नहीं दिखा। मुख्य आरोपी अंसार मुस्कुराता दिखा। उसने मीडिया को देख फिल्म पुष्पा वाला पोज भी दिया।
नई दिल्ली। दिल्ली के जहांगीरपुरी (Jahangirpuri violence) में शनिवार को हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा पर पथराव, आगजनी और गोलीबारी के आरोपियों के दिलों में कानून का खौफ नहीं दिख रहा है। पुलिस ने इस मामले में 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। रविवार को पुलिस आरोपियों को दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में पेशी के लिए लेकर आई। इस दौरान आरोपियों के चेहरे पर न खौफ दिखा और न शिकन। एक आरोपी ने तो फिल्म पुष्पा वाला पोज भी दिया।
दिल्ली पुलिस हिंसा के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों को एक वैन में बिठाकर कोर्ट लाई थी। आरोपियों के हाथ में पथकड़ी नहीं लगी हुई थी। एक-एक आरोपी को एक-एक पुलिस के जवान हाथ पड़कर वैन से निकले और कोर्ट के गेट की ओर बढ़े।
कैमरे देख मुस्कुराने लगा आरोपी
इस दौरान आरोपियों के चेहरे पर कानून का खौफ नहीं दिखा। फुल शर्ट पहना एक आरोपी तो कैमरे देख मुस्कुराने लगा, मानों कोई बड़ा कारनामा किया हो और पुलिस उसे जेल भेजने के बदले सम्मानित करने के लिए ले जा रही हो। उसके एक हाथ को पुलिस के जवान ने पकड़ रखा था। उसने आपना दूसरा हाथ उठाया और गले के पास फिराते हुए वैसा पोज दिया जैसा फिल्म पुष्पा में एक्टर ने दिया था। उसने ऐसा दो बार किया।
मुख्य आरोपी है पुष्पा स्टाइल दिखाने वाला अंसार
कोर्ट ले जाए जाने के दौरान फिल्म पुष्पा जैसा स्टाइल दिखाने वाले आरोपी का नाम अंसार है। वह इस मामले का मुख्य आरोपी है। उसके खिलाफ पहले से 7 केस चल रहे हैं। वह जहांगीरपुरी की झुग्गी बस्ती में 1980 में पैदा हुआ था। पिता का नाम मोहम्मद अलाउद्दीन है। चौथी क्लास से पढ़ाई करने वाला अंसार कबाड़ी का काम करता है। आरोप है कि उसने शोभा यात्रा में शामिल लोगों के साथ बहस की शुरुआत की थी। इसके बाद पथराव शुरू हो गया था।
यह भी पढ़ें- दिल्ली पुलिस ने FIR में बताई हिंसा की कहानी, 4-5 लोगों ने जुलूस में शामिल लोगों से बहस की, फिर शुरू हुआ पथराव
अंसार और असलम को कोर्ट ने पुलिस हिरासत में भेजा
वकील विकास वर्मा ने कहा कि कोर्ट ने दो मुख्य आरोपियों अंसार और असलम को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया, बाद में उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। शेष 12 को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
यह भी पढ़ें- जहांगीरपुरी हिंसा: 50 मिनट के बवाल में जमकर चले पत्थर, तलवार का प्रदर्शन, गोलियों की आवाज से थर्राए लोग