एयरो इंडिया (Aero India) इंटरनेशनल एयर शो का 13वां संस्करण 3 से 5 फरवरी को बंगलूरू के येलहंका वायुसेना स्टेशन पर होगा। इस शो में ‘आत्मनिर्भर फॉर्मेशन फ्लाइट’ का प्रदर्शन किया जाएगा। भारत की रक्षा तकनीक और ताकत के प्रदर्शन के लिए इस शो को काफी अहम माना जा रहा है।
नई दिल्ली. एयरो इंडिया (Aero India) इंटरनेशनल एयर शो का 13वां संस्करण 3 से 5 फरवरी को बंगलूरू के येलहंका वायुसेना स्टेशन पर होगा। इस शो में ‘आत्मनिर्भर फॉर्मेशन फ्लाइट’ का प्रदर्शन किया जाएगा। भारत की रक्षा तकनीक और ताकत के प्रदर्शन के लिए इस शो को काफी अहम माना जा रहा है। इस शो में पहली बार स्वदेशी क्रूज मिसाइल 'निर्भय' प्रदर्शित की जाएगी। हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के इस आयोजन में अमेरिका भारत का प्रमुख साझेदार होगा।
इस शो में अमेरिकी रक्षा कंपनियां भी एयरो इंडिया 2021 में भाग ले रही हैं। इसमें यरोस्पेस क्वालिटी रिसर्च एंड डेवलपमेंट एलएलसी, एयरबोर्न इंक।, बोइंग, IEH कॉर्पोरेशन, GE एविएशन, जनरल एटॉमिक्स, हाई-टेक इंपोर्ट एक्सपोर्ट कॉर्पोरेशन, एल 3 हैरिस, Laversab India, लॉकहीट मार्टिन, Raytheon और Trakka Systems शामिल हैं।
अमेरिका भारत का प्रमुख साझेदार
विदेश मामलों के अधिकारी डॉन हेफ्लिन अमेरिकी सरकारी अधिकारियों और रक्षा उद्योग के प्रतिनिधियों के एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा, एयरो इंडिया 2021 में अमेरिका की भागीदारी हमारे तेजी से बढ़ते द्विपक्षीय रक्षा संबंधों और स्वतंत्र और खुले भारत-प्रशांत क्षेत्र के हमारे साझा दृष्टिकोण को दर्शाती है।
हेफ्लिन ने कहा, मुझे अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने की खुशी है। यह एयरो इंडिया में अमेरिका-भारत के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए हमारी निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
डीआरडीओ दिखाएगा दम
इस शो में डीआरडीओ अपने 300 से ज्यादा उत्पाद और तकनीक दुनिया के सामने पेश करेगा। इसमें पहली स्वदेशी क्रूज मिसाइल निर्भय भी शामिल होगी। इसे बेहद घातक मानी जानी वाली अमेरिकी टॉमहॉक मिसाइल का भीरतीय संस्करण भी कहा जाता है।
इस शो में डीआरडीओ के 300 किलो ग्राम वजन के हथियार से लेकर 1000 किमी दूरी तक लक्ष्य को भेदने वाली निर्भय मिसाइल के अलावा तेजस और एलसीए नेवी व एयरबोर्न अली वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम भी इस इवेंट में डीआरडीओ की तरफ से आकर्षण का केंद्र रहेंगे।