भगवान हनुमान से है इस फाइटर जेट का खास नाता, ट्रेनिंग के साथ अटैक के लिए होगा इस्तेमाल, जानें क्यों है खास

Published : Feb 13, 2023, 06:50 PM ISTUpdated : Feb 18, 2023, 09:58 AM IST

बेंगलुरु। एयरो इंडिया (Aero India 2023) में HAL द्वारा बनाया गया फाइटर जेट HLFT-42 पेश किया गया। इसके टेल पर भगवान हनुमान का स्टीकर लगा था। सुर्खियों में आने के बाद इसे हटा लिया गया था। दो दिन बाद 17 फरवरी को स्टीकर को फिर से लगा दिया गया।

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HLFT-42 मूल रूप से एक ट्रेनर विमान है। इसे पायलटों को अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों को उड़ाने के लिए ट्रेन्ड करने के लिए तैयार किया गया है। यह पायलटों को पांचवीं पीढ़ी के विमानों को उड़ाने की ट्रेनिंग देगा। इसके साथ ही इस सुपरसोनिक फाइटर जेट को जरूरत पड़ने पर हमला करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

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HLFT-42 का भगवान हनुमान से खास नाता है। इसे दिखाने के लिए विमान के टेल पर हनुमान जी की तस्वीर लगी है। इसमें भगवान हनुमान का उग्र रूप दिख रहा है। वह अपनी गदा लिए हमला करने जाते दिख रहे हैं। इसके साथ ही लिखा है 'The Storm is Coming'. इसका मतलब है कि तूफान आ रहा है।

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HLFT-42 एक इंजन वाला विमान है। इसमें दो सीट लगे हैं। एक सीट मुख्य पायलट के लिए है और दूसरा सीट ट्रेनी पायलट के लिए है। टेस्ट पायलट हर्षवर्धन ठाकुर ने बताया कि भारतीय पायलटों को तीन प्लेटफॉर्म पर ट्रेनिंग दी जाती है। ये हैं बेसिक ट्रेनर, इंटरमीडिएट ट्रेनर और एडवांस्ड ट्रेनर। बेसिक ट्रेनर से सभी तरह के पायलट (हेलिकॉप्टर पायलट भी) विमान उड़ाना सीखते हैं। एडवांस्ड ट्रेनर से सिर्फ फाइटर पायलटों को ट्रेनिंग दी जाती है।

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हर्षवर्धन ठाकुर ने बताया कि वर्तमान में पायलटों को एचएएल के हॉक-आई एडवांस्ड ट्रेनर से ट्रेनिंग दिया जा रहा है। ये विमान पायलटों को विमान उड़ाने के बारे में सिखाते हैं। इनकी रफ्तार सुपरसोनिक नहीं होती। विमान में सेंसर, रडार या इन्फ्रारेड सर्च एंड ट्रैक (आईआरएसटी) सिस्टम है। इसके चलते हमें तत्काल एक मीडियम फाइटर ट्रेनर की जरूरत है।

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HAL द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार HLFT-42 विमान से पायलटों के लिए पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान उड़ाने की ट्रेनिंग मिलेगी। यह सुपरसोनिक विमान है। इसे अति आधुनिक प्रशिक्षण सूट से लैस किया गया है। विमान में कई तरह के मिसाइल लगाए जा सकते हैं। 

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हर्षवर्धन ठाकुर ने बताया कि आज की जरूरतों को पूरा करने के लिए और कल के लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट मार्क II जैसे विमानों के लिए हमारे पास अत्याधुनिक ट्रेनर विमान होने चाहिए। HLFT-42 अगली पीढ़ी के लड़ाकू विमानों के समान है। यह LCA MK II, ट्विन इंजन डेक आधारित लड़ाकू विमान (TEDBF) और AMCA (Advanced Medium Combat Aircraft) के समान है। यह भारतीय वायु सेना में भविष्य में शामिल होने वाले फाइटर प्लेन के लिए पायलटों को ट्रेनिंग देगा।

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