देश में कोरोना संक्रमण के केस बढ़ते ही जा रहे हैं। इस बीच परेशान करने वाली खबर यह है कि तेलंगाना में एक बुजुर्ग की मौत के बाद पता चला कि वह कोरोना से पीड़ित था। राज्य में कोरोना से मौत का यह पहला मामला है।
नई दिल्ली. देश में कोरोना संक्रमण के केस बढ़ते ही जा रहे हैं। इस बीच परेशान करने वाली खबर यह है कि तेलंगाना में एक बुजुर्ग की मौत के बाद पता चला कि वह कोरोना से पीड़ित था। राज्य में कोरोना से मौत का यह पहला मामला है। इसके पीछे एक बड़ी वजह यह है कि अभी भारत में टेस्टिंग की स्पीड बहुत कम है। आंकड़ों को देखें तो 27 मार्च तक भारत में सिर्फ करीब 27 हजार टेस्टिंग हुई है।
अंतिम संस्कार में कोई घरवाला नहीं पहुंचा
तेलंगाना के 74 साल के शख्स की मौत के बाद उसके सैंपल लिए गए, जिसमें पता चला कि वह कोरोना पॉजिटिव है। बुजुर्ग का अंतिम संस्कार किया गया, लेकिन इस दौरान उसके घर का कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था। मृतक का परिवार घर पर ही था। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने शव को दफनाया।
किसी भी शवयात्रा में 20 से ज्यादा की इजाजत नहीं
21 दिन के लॉकडाउन के दौरान सरकार ने निर्देश दिए थे कि किसी भी शवयात्रा में 20 से ज्यादा लोग शामिल नहीं होंगे। बुजुर्ग की मौत के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा, बुजुर्ग की मौत के बाद जानकारी मिली थी कि वह कोरोना पॉजिटिव है।
तेलंगाना में 70 कोरोना पॉजिटिव
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, तेलंगाना में 70 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं। सभी मरीजों को क्वारंटाइन कर उनका इलाज किया जा रहा है। उधर, प्रदेश से मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए सरकार ने अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य सरकार हर व्यक्ति को 12 किलो चावल,आटा, 500 रुपए नकद और रहने के लिए शेल्टर होम की व्यवस्था करेगी।
भारत में टेस्टिंग लैब की कमी
भारत में 27 मार्च तक 27,688 सेंपल टेस्ट किए गए। इसमें 691 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 27 मार्च तक के आंकड़ों को देखें तो भारत में कुल सरकारी टेस्टिंग लेबोरेटरी 122 है। वहीं प्राइवेट लेबोरेटरी की बात करें तो दिल्ली में 8, गुजरात में 4, हरियाणा में 4, कर्नाटक में 2, महाराष्ट्र में 9, ओडिशा में 1, तमिलनाडु में 4, तेंलगाना में 7, यूपी में 1, वेस्ट बंगाल में 2, केरल में 2, हैं।
- भारत में प्रति 1,000 जनसंख्या पर 1.7 नर्स हैं। डब्ल्यूएचओ मापदंड के हिसाब ने यह संख्या 43% कम है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, 1000 पर 3 नर्स होनी चाहिए। इसमें नर्स, दाई, महिला स्वास्थ्य विजिटर शामिल हैं। राज्य सभा में दिए गए एक आंकड़े के मुताबिक, भारत में 3.07 मिलियन रजिस्टर्ड नर्सिंग कर्मी हैं। सरकार ने 3 मार्च 2020 को राज्यसभा को यह बताया था। वहीं 1.2 मिलियन एलोपैथिक डॉक्टर हैं। यह आंकड़ा 30 सितंबर 2019 तक रजिस्टर्ड संख्या के आधार पर हैं।