बजट सत्र के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में किसानों को लेकर सरकार का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार गांव, गरीब और किसान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और आने वाले कल में भी रहेगी।
नई दिल्ली. बजट सत्र के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में किसानों को लेकर सरकार का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार गांव, गरीब और किसान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और आने वाले कल में भी रहेगी।
1- संशोधन को तैयार, लेकिन कानून गलत नहीं
"मैंने यह स्पष्ट किया कि यदि सरकार संशोधन करने के लिए तैयार है तो इसका मतलब यह नहीं है कि कृषि कानूनों में कोई समस्या है। एक विशेष राज्य के लोग गलत सूचना देते हैं।"
2- 50% अधिक एमएसपी देना शुरू कर दिया है
"हमने उत्पादन लागत से 50% अधिक एमएसपी देना शुरू कर दिया है। साथ ही 1 लाख करोड़ रुपए का कृषि बुनियादी ढांचा कोष आत्मनिर्भर पैकेज के तहत दिया गया है। हमने कृषि क्षेत्र में अपेक्षित निवेश सुनिश्चित करने का प्रयास किया है।"
3- मैं पूछता रहा, कानून में काला क्या है
"मैं प्रतिपक्ष का धन्यवाद करना चाहूंगा कि उन्होंने किसान आंदोलन पर चिंता की और आंदोलन के लिए सरकार को जो कोसना आवश्यक था उसमें भी कंजूसी नहीं की और कानूनों को जोर देकर काले कानून कहा। मैं किसान यूनियन से दो महीने तक पूछता रहा कि कानून में काला क्या है।"
4- पहले की सरकारों तोमर ने क्या कहा?
"कई बार विपक्ष की तरफ से ये बात सामने आती है कि आप कहते हैं कि सब मोदी जी की सरकार ने किया है पिछली सरकारों ने तो कुछ भी नहीं किया। मैं इस मामले में ये कहना चाहता हूं कि इस प्रकार का आरोप लगाना उचित नहीं है। मोदी जी ने सेंट्रल हॉल में अपने पहले भाषण में और 15 अगस्त में भी उन्होंने कहा था कि मेरे पूर्व जितनी भी सरकारे थी उन सबका योगदान देश के विकास में अपने-अपने समय पर रहा है।"
5- मनरेगा पर कृषि मंत्री ने क्या कहा?
"कुछ लोग मनरेगा को गड्ढों वाली योजना कहते थे। जब तक आपकी सरकार थी उसमें गड्ढे खोदने का ही काम होता था। लेकिन मुझे ये कहते हुए प्रसन्नता और गर्व है कि इस योजना की शुरुआत आपने की लेकिन इसे परिमार्जित हमने किया।"
6- किसान आय बढ़ाने के लिए क्या किया?
"किसान की आमदनी दोगुनी हो इसके लिए सरकार ने प्रधानमंत्री किसान योजना के माध्यम से 6,000 रुपए का योगदान दिया। आज हम ये कह सकते हैं कि दस करोड़ 75 लाख किसानों को 1,15,000 करोड़ रुपए डीबीटी से उनके अकाउंट में भेजने का काम किया है।"
7- खून से खेती तो कांग्रेस ही करवा सकती है
"दुनिया जानती है कि पानी से खेती होती है। खून से खेती सिर्फ कांग्रेस ही कर सकती है, भारतीय जनता पार्टी खून से खेती नहीं कर सकती।"
8- किसानों को बरगलाया गया है, कानून सही
"भारत सरकार कानूनों में किसी भी संशोधन के लिए तैयार है इसके मायने ये नहीं लगाए जाने चाहिए कि कृषि कानूनों में कोई गलती है। पूरे एक राज्य में लोग गलतफहमी का शिकार हैं। किसानों को इस बात के लिए बरगलाया गया है कि ये कानून आपकी जमीन ले जाएंगे।"
आनंद शर्मा: शटडाउन राजधानी बना भारत
कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने कहा, राष्ट्रपति अपने संबोधन में वही बोलते हैं जो सरकार उन्हें बताती है। उन हजारों प्रवासी मजदूरों का कोई जिक्र नहीं था जिन्हें लॉकडाउन में सड़क पर छोड़ दिया गया था। हमारा भारत अब दुनिया की 'इंटरनेट शटडाउन राजधानी' के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि किसानों को संघर्ष के लिए मजबूर किया गया।