
Air India Plane Crash: अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान 12 जून को उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही क्रैश हो गया। इस विमान में कुल 242 यात्री सवार थे, जिनमें 100 लोगों के मरने की खबर आ रही है। बताया जा रहा कि प्लेन ने दोपहर 1.38 पर अहमदाबाद से लंदन के लिए टेकऑफ किया, लेकिन दो मिनट बाद यानी 1.40 पर एयरपोर्ट से सटे कार्गो ऑफिस के कंपाउंड में क्रैश हो गया। बता दें कि बोइंग कंपनी द्वारा बनाए गए विमानों को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं। जानते हैं, वो 5 गलतियां, जिनके बाद भी कंपनी ने नहीं लिया सबक।
अहमदाबाद में क्रैश हुआ विमान बोइंग का 787-8 ड्रीमलाइनर है, जिसकी सेफ्टी को लेकर हमेशा सवाल उठते रहे हैं। यहां तक कि इसमें कुछ तकनीकी खामियों के चलते दुनियाभर में इसके विमानों पर 3 महीने के लिए रोक लगा दी गई थी। दरअसल, 2013 में जापान की दो एयरलाइन कंपनियों ने अमेरिका की बोइंग से दो नए ड्रीमलाइनर 787-8 विमान खरीदे। इनमें लगी लीथियम आयन बैटरी में आग लगने की घटना के बाद विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी थी। बाद में अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने 3 महीने के लिए बोइंग के सभी ड्रीमलाइनर प्लेनों की उड़ान पर रोक लगा दी थी।
बोइंग के विमानों में 2020 से 2022 के बीच मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट की शिकायतें भी आईं। ड्रीमलाइनर प्लेन के हिस्सों को अलग-अलग बनाकर बाद में असेंबल किया जाता है। विमान के हिस्सों को जोड़ने के दौरान कई बार इनमें गैप की शिकायत भी सामने आई। इसके अलावा स्टैंडिंग के दौरान विमान की पोजिशन भी ठीक नहीं थी।
बोइंग में काम करने वाले एक शख्स सैम सालेह ने 2024 में दावा किया था कि ड्रीमलाइनर 787 विमान में कुछ हिस्से ठीक तरह से नहीं जोड़े गए हैं, जो उड़ान के दौरान बीच में ही ब्रेक हो सकते हैं। सैम ने एक इंटरव्यू में कहा था कि विमान के कई हिस्से अलग-अलग कंपनियों से बनकर आते हैं, जो असेंबल करने पर ठीक से फिट नहीं होते। हालांकि, बोइंग ने इन दावों को खारिज करते हुए अपने प्लेन को पूरी तरह सेफ बताया था।
बोइंग कंपनी में काम करने वाले एक और शख्स जॉन बार्नेट ने 2024 में ड्रीमलाइनर-787 की सुरक्षा को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े किए थे। बाद में कुछ महीनों बाद ही उनके घर के पास पार्किंग स्लॉट में उनकी लाश मिली थी। बोइंग पर सवाल उठाने के कुछ दिनों बाद ही रहस्यमय हालातों में हुई बार्नेट की मौत ने कई सवाल खड़े किए।
बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 विमानों के इंजन में कई बार तकनीकी खामियां सामने आ चुकी हैं। जैसे- इलेक्ट्रिकल सिस्टम के फेल होने से लेकर विंडशील्ड में क्रैक, फ्यूल लीकेज और सॉफ्टवेयर में गड़बड़ियों की शिकायत मिलती रहती है। पिछले साल जापान में बोइंग कंपनी के एक विमान में हाइड्रोलिक ऑयल लीकेज की समस्या आई थी, जिसके बाद विमान को रनवे पर रोक हादसे से बचाया गया था। बाद में कंपनी के विमानों के मेंटेनेंस और टेस्टिंग में लापरवाही बरतने के आरोप लगे थे। इसके बाद कई कंपनियों ने बोइंग के विमान की उड़ाने रद्द की थीं।