भारतीय वायुसेना का विमान सी-17 ग्लोबमास्टर मंगलवार सुबह ईरान से 58 भारतीय नागरिकों के पहले जत्थे को लेकर गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पहुंचा। जानकारी के मुताबिक, ईरान में करीब दो हजार भारतीय रह रहे हैं।
नई दिल्ली. कोरोना वायरस से पूरी दुनिया दो-दो हाथ कर रही है। इन सब के बीच भारतीय वायुसेना का विमान सी-17 ग्लोबमास्टर मंगलवार सुबह ईरान से 58 भारतीय नागरिकों के पहले जत्थे को लेकर गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पहुंचा। भारतीयों को लेकर वायुसेना का यह विमान ईरान से सोमवार को रवाना हुआ था। जानकारी के मुताबिक, ईरान में करीब दो हजार भारतीय रह रहे हैं।
ईरान की महान एयरलाइन ने तीन दिन पहले वहां से 300 भारतीयों के सैंपल्स भारत लाई थी। वहीं, देश में सोमवार तक कोरोना वायरस से संक्रमण के कुल 47 मामले हो गए। देर रात दुबई से लौटे पुणे के दो व्यक्तियों में संक्रमण का मामला सामने आया। दोनों को पुणे के नायडू अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले अमेरिका से लौटा युवक कर्नाटक में और इटली से लौटा युवक पंजाब में संक्रमित पाया गया था।
विदेश मंत्री ने किया था वादा
ईरान में फंसे विदेशियों को लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को श्रीनगर का दौरा किया और कोरोना वायरस से जूझ रहे ईरान में फंसे कश्मीरी छात्रों के माता-पिता को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था।
विदेश मंत्री ने बताया था कि सरकार पहले तीर्थयात्रियों को निकालने की प्रक्रिया में है, जो आमतौर पर उम्र में बड़े होते हैं और उम्रदराज होने की वजह से वह कोरोना वायरस संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील भी हैं। उन्होंने कहा था कि तीर्थयात्रियों को वापस लाने के बाद जल्द ही छात्रों को निकाल लिया जाएगा।
ईरान में अचानक बढ़ा कोरोना का कहर
ईरान में कोरोना का कहर हर दिन बढ़ता जा रहा है। सोमवार को यहां कोरोना के कारण 43 लोगों की मौत हुई। अब तक कोरोना के संक्रमण से 237 लोगों की मौत हो चुकी है। ईरान में कुल 7167 केस सामने आए हैं, जिनमें से 2394 पॉजिटिव पाए गए हैं। यानी ईरान में कोरोना बड़ी संख्या में लोगों की जान ले रहा है।
मास्क पहनना जरूरी, अभी तक कोई मौत नहींः स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा था कि मास्क और सैनिटाइजर को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है। सभी को मास्क लगाने की जरूरत नहीं है। केवल जो अस्वस्थ है, उसे मास्क पहनना जरूरी है ताकि किसी और को इन्फेक्शन न हो। केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा था कि अब तक देश में कोरोना वायरस से कोई मौत नहीं हुई है। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में जिस संदिग्ध की मौत हुई, उसका नमूना भी जांच में निगेटिव पाया गया।
हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘हमने दिल्ली सरकार से कहा है कि यदि संक्रमण के मामले बढ़ते हैं तो आइसोलेशन वार्ड बनाने के अलावा डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ाने, मरीजों को अलग-थलग रखने के साथ-साथ अन्य सावधानियां भी बरतें। छोटा-मोटा सर्दी-जुकाम होता है तो खुद को अलग-थलग रखें। अस्पताल जाकर जांच करवा लें। हम राज्य सरकारों से कह रहे हैं कि संक्रमण से निपटने के लिए जो भी तैयारियां करनी हैं, आज से शुरू करें। पिछले तीन दिनों में 31 लैबें बनाई गई हैं। स्थिति पर नियंत्रण की हरसंभव कोशिश की जा रही है। अब तक 43 मामले सामने आए, जिनमें से 3 ठीक हुए हैं।’’
नरेंद्र मोदी बांग्लादेश नहीं जाएंगे
बांग्लादेश में कोरोनावायरस के तीन मरीज मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना ढाका दौरा रद्द कर दिया है। मोदी को 17 मार्च को बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति शेख मुजीबुर्रहमान के जन्म शताब्दी समारोह में मुख्य वक्ता के तौर पर बुलाया गया था। वायरस के खतरे को देखते हुए बांग्लादेश सरकार ने कार्यक्रम को छोटे स्तर पर करने का फैसला लिया है।
संक्रमण की जांच के लिए देश में 52 लैब
संक्रमण की जांच के लिए देशभर में 52 लैब बनाई गई हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने स्वास्थ्य और शोध विभाग के साथ मिलकर ये लैब बनाई हैं। आईसीएमआर के मुताबिक, दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज समेत देश के अलग-अलग स्थानों पर वायरस रिसर्च एंड डॉयग्नॉस्टिक लैब (वीआरडी) नमूने एकत्रित कर रही हैं। 6 मार्च तक 3,404 लोगों के 4,058 सैंपल की जांच की जा चुकी है। इनमें चीन के वुहान शहर से लाए गए 654 लोगों के 1,308 सैंपल भी शामिल हैं।
विदेशी यात्रियों की 30 एयरपोर्ट्स पर स्क्रीनिंग
देश के 30 एयरपोर्ट्स पर विदेश से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। दक्षिण कोरिया और इटली से आने वालों को देश में प्रवेश करने से पहले कोरोनावायरस फ्री सर्टिफिकेट दिखाना होगा। कोरोनावायरस के कारण इस महीने होने वाला भारत-ईयू शिखर सम्मेलन भी स्थगित कर दिया गया है। इससे पहले सरकार ने इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया और जापान से आने वाले लोगों के वीजा और ई-वीजा रद्द कर दिए थे। उधर, केंद्र सरकार के दफ्तरों में 31 मार्च तक बायोमीट्रिक अटेंडेंस पर रोक लगा दी गई है। बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सभी टेलीकॉम कंपनियां शनिवार से ही मोबाइल रिंगटोन में कोरोनावायरस पर अवेयरनेस मैसेज चला रही हैं।