प्राइमरी स्कूल बंद, केजरीवाल 'मान' बैठे पंजाब में पराली जलाना AAP की गलती, twitter पर ट्रेंड Kejriwal Resign

राजधानी दिल्ली में एयर क्वालिटी गंभीर स्थिति में पहुंच गई है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 472 (गंभीर) श्रेणी में है। 

नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में एयर क्वालिटी गंभीर स्थिति में पहुंच गई है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 472 (गंभीर) श्रेणी में है। वर्तमान में नोएडा (यूपी) में 562 'गंभीर' श्रेणी में, 539 गुरुग्राम (हरियाणा) में 'गंभीर' श्रेणी में और 563 दिल्ली विश्वविद्यालय के पास 'गंभीर' श्रेणी में है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 5 नवंबर से प्रदूषण की स्थिति में सुधार होने तक दिल्ली के सभी प्राइमरी स्कूल बंद करने का ऐलान किया है। यह मामला फिर से सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। इस बीच twitter पर #KejriwalResign ट्रेंड पकड़ गया है।

वहीं, केजरीवाल ने पराली जलाने के मामले में खुद को जिम्मेदार माना है। उन्होंने कहा कि पराली जलाने के लिए किसान जिम्मेदार नहीं हैं। ये समय राजनीति का नहीं है। अगर पंजाब में पराली जल रही है, तो इसके लिए हम खुद जिम्मेदार हैं, क्योंकि पंजाब में उनकी सरकार है। केजरीवाल ने कहा कि इस मामले में किसानों के साथ मिलकर कई कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने दावा किया अगले साल तक इसके नतीजे दिखने लगेंगे। केजरीवाल ने यह भी कहा है कि अगर जरूरत पड़ी, तो दिल्‍ली में वाहनों के लिए ऑड-इवेन लागू किया जा सकता है। केजरीवाल ने पंजाब के सीएम भगवंत मान के साथ प्रेस कान्फ्रेंस की। इस पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कमेंट किया है-अरविंद केजरीवाल की मंशा और अखंडता प्रदूषित, भ्रष्टाचार के प्रदूषण से जूझ रही है।

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इस बीच दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय भी ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRP) के फाइनल स्टेज के तहत प्रदूषण रोधी उपायों(anti-pollution measures) के तहत प्रदूषणकारी गतिविधियों पर बैन को लेकर लगातार चर्चा कर रहे हैं। पॉल्युशन के मुद्दे पर राजनीति भी गहराई हुई है। दिल्ली सरकार पंजाब में पराली जलाने के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर दोष मढ़ रही है, जबकि लोगों का कहना है कि दिल्ली प्रदूषण का सामना कर रही है, लोगों के जीवन पर खतरा है और मुख्यमंत्री चुनावी राज्यों मेंं भाषणबाजी में बिजी हैं। 

(यह तस्वीर जर्नलिस्ट Ankur Sharma ने twitter पर पोस्ट की है)

 pic.twitter.com/E5rmldH06Z

पॉल्युशन रोकने ट्रकों की दिल्ली में एंट्री बैन
परिवहन विभाग( transport department ) की 120 टीमें दिल्ली के प्रवेश द्वारों पर तैनात की जा रही हैं, जो आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर अन्य ट्रकों को दिल्ली में एंट्री नहीं करने देंगी। दिल्ली के वायु गुणवत्ता सूचकांक(Air Quality Index-AQI) के गंभीर+ कैटेगरी में प्रवेश करने से पहले  एक केंद्रीय पैनल ने गुरुवार(3 नवंबर) को अधिकारियों को शहर और आसपास के NCR जिलों में फोर व्हीलर डीजल हल्के मोटर वाहनों के चलने और प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRP) के फाइनल स्टेज के तहत प्रदूषण रोधी उपायों(anti-pollution measures) के तहत राजधानी में ट्रकों की आवाजाही पर रोक लगाई जा रही है।

हालांकि, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, BS-VI वाहनों और आवश्यक और आपातकालीन सेवाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले वाहनों को छूट दी गई है। प्रदूषण के स्तर में वृद्धि के साथ परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीमें( enforcement teams ) प्रदूषण विरोधी उपायों को लागू करने में पूरी तरह से शामिल हैं। परिवहन विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, "यह सुनिश्चित करने के लिए एट्री पॉइंट्स पर टीमों को तैनात किया जाएगा कि केवल आवश्यक सामान ले जाने वाले ट्रक ही दिल्ली में प्रवेश करें, जबकि अन्य ट्रकों को वापस लौटा दिया जाए।"

गुरुवार को यह थी हालत
दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI गुरुवार को गंभीर प्लस श्रेणी से सिर्फ एक पायदान कम 450 पर पहुंच गया था, क्योंकि शहर के PM2.5 प्रदूषण में पराली जलाने की हिस्सेदारी 38 प्रतिशत तक बढ़ गई। दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीटी) में चार पहिया डीजल एलएमवी के चलने पर प्रतिबंध लागू करने के संबंध में अधिकारी ने कहा कि उनके पास "वाहन" पोर्टल के माध्यम से एक अखिल भारतीय डेटाबेस तक पहुंच है। अधिकारियों ने कहा कि अगर वायु गुणवत्ता के स्तर में सुधार होता है, यानी वे 400 से नीचे आते हैं, तो प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। लोगों को प्रतिबंधों के बारे में जागरूक करने के लिए विभाग सार्वजनिक नोटिस जारी करेगा और विज्ञापन जारी करेगा।

नोएड और ग्रेटर नोएड में 8 नवंबर तक ऑनलाइन क्लासेस
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए नोएडा और ग्रेटर नोएडा के सभी स्कूलों को आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए आठ नवंबर तक ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने को कहा गया है।  गौतम बौद्ध नगर के जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) धर्मवीर सिंह द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि स्कूलों को कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए यथासंभव ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने के लिए भी कहा गया है। आदेश में आगे कहा गया है कि सभी स्कूलों में खेल या बैठक जैसी बाहरी गतिविधियां पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेंगी। अधिकारी ने कहा कि गौतम बौद्ध नगर में उच्च शिक्षा केंद्रों सहित लगभग 1,800 स्कूल हैं, जो नोएडा और ग्रेटर नोएडा में फैले हुए हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दिल्ली से सटे जिले के कुछ हिस्सों में घने कोहरे के साथ नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर स्तर पर पहुंच गया। 



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