दिवाली पर पटाखों पर बैन लगाने के बावजूद दिल्ली-NCR की हवा में कोई फक्र नहीं पड़ा है। इसकी वजह पंजाब में पराली का जलाया जाना है। पंजाब में पराली जलाने पर सख्ती नहीं दिखाने का दिल्ली की हवा पर बुरा असर पड़ रहा है। इस बीच दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने चौंकाने वाला बयान दिया है।
नई दिल्ली. दिवाली पर पटाखों पर बैन लगाने के बावजूद दिल्ली-NCR की हवा में कोई फक्र नहीं पड़ा है। इसकी वजह पंजाब में पराली का जलाया जाना है। पंजाब में पराली जलाने पर सख्ती नहीं दिखाने का दिल्ली की हवा पर बुरा असर पड़ रहा है। दिल्ली-NCR में हवा की गुणवत्ता लगातार गिर रही है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 354 (बहुत खराब) श्रेणी में है और नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 406 (गंभीर) श्रेणी में है।
इस बीच दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग कर रही है। राय ने इसे बदले की भावना बताते हुए कहा कि बदला न लें, उनका साथ देना शुरू करें। राय ने कहा कि बीजेपी को पराली जलाने के लिए किसानों को गाली देना बंद कर देना चाहिए। यह किसानों को उनके कृषि विरोधी कानून के विरोध के कारण नफरत करती है। राय ने कहा-मैं लोगों से अपील करता हूं, यदि संभव हो तो घर से काम करें और निजी वाहन निकालने से बचें। 50% प्रदूषण वाहनों से होता है। लोगों को पटाखे नहीं फोड़ने चाहिए। पंजाब में पराली जलाना केंद्र के कारण हो रहा है, क्योंकि उन्होंने इसे रोकने के लिए पंजाब सरकार, किसानों का समर्थन नहीं किया।
आप के मंत्री का आरोपी
आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने कहा कि पंजाब में किसान पराली जलाने के लिए मजबूर हैं, क्योंकि भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र ने फसल अवशेष नहीं जलाने के लिए उन्हें नकद प्रोत्साहन देने की राज्य सरकार की योजना का समर्थन नहीं किया। राय ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "भाजपा किसानों पर उनके विरोध के कारण पराली जलाने का आरोप लगा रही है। अब वे चाहते हैं कि उनके खिलाफ FIR दर्ज की जाए। वायु प्रदूषण की समस्या को राजनीति के माध्यम से हल नहीं किया जा सकता है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) एक योजना लेकर आया है, जिसे उत्तर प्रदेश और हरियाणा में गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम और बहादुरगढ़ में भी लागू करना होगा। मंत्री ने कहा-विज्ञान और पर्यावरण केंद्र (सीएसई) द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, दिल्ली में 69 प्रतिशत वायु प्रदूषण बाहर से आता है।"
आगे भी खराब रहेगी हवा
इससे पहले मंगलवार शाम 4 बजे AQI 424 दर्ज किया गया था, जो 26 दिसंबर, 2021 (459) के बाद सबसे खराब रहा। सोमवार रात 8 बजे AQI 361 (बहुत खराब) दर्ज किया गया। स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, दिल्ली और एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब से गंभीर श्रेणी में रह सकता है।
अब जानिए मौसम का हाल
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे श्रीलंका तट पर बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा ऊपर चक्रवाती परिसंचरण(cyclonic circulation) से तमिलनाडु और केरल होते हुए दक्षिण-पूर्व अरब सागर तक फैली हुई है। पश्चिमी हिमालय के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) बना हुआ है। एक और पश्चिमी विक्षोभ 4 नवंबर तक जम्मू-कश्मीर में पहुंच सकता है।
पूर्वोत्तर मानसून सक्रिय रहा
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, तटीय आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में पूर्वोत्तर मानसून सक्रिय रहा।तटीय आंध्र प्रदेश तटीय तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई और कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। जम्मू कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में हल्की बारिश और हिमपात हुआ। आंतरिक तमिलनाडु में छिटपुट हल्की बारिश हुई।
इन राज्यों में बारिश की संभावना
मौसम विभाग और स्काईमेट वेदर के अनुसार, आजकल में तटीय आंध्र प्रदेश और तटीय तमिलनाडु में कुछ स्थानों मध्यम बारिश के साथ कहीं भारी बारिश संभव है। आंतरिक तमिलनाडु, केरल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और रायलसीमा में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है। उत्तराखंड में छिटपुट हल्की बारिश और हिमपात हो सकता है।
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