यूक्रेन से भारतीयों को निकालने जाएगी एयरफोर्स, पीएम के निर्देश के बाद सी -17 विमान आज शुरू कर सकते हैं ऑपरेशन

Evacuation from Ukraine : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) के तहत भारतीय नागरिकों की निकासी evacuation के प्रयासों को और तेज करने के लिए भारतीय वायु सेना को भी इस ऑपरेशन से जुड़ने के लिए कहा है। वायु सेना के हवाई जहाजों के ऑपरेशन में शामिल होने के बाद भारतीयों के लौटने की प्रक्रिया और तेज होगी।

Asianet News Hindi | Published : Mar 1, 2022 6:37 AM IST

नई दिल्ली। यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वापसी के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही मोदी सरकार अब फंसे हुए छात्रों को एयरफोर्स की मदद से निकालेगी। सोमवार तक यूक्रेन में करीब 16 हजार छात्र और नागरिक फंसे होने की बात सामने आई थी। सरकार अब तक 7 विशेष उड़ानों के जरिये छात्रों को निकाल रही है। 
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों और नागरिकों को सकुशल निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा के बाद अब भारतीय वायुसेना (Indian Air force) को भी आगे आने को कहा है। 

अब तक 8 हजार लोगों को निकाला
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) के तहत भारतीय नागरिकों की निकासी evacuation के प्रयासों को और तेज करने के लिए भारतीय वायु सेना को भी इस ऑपरेशन से जुड़ने के लिए कहा है। वायु सेना के हवाई जहाजों के ऑपरेशन में शामिल होने के बाद भारतीयों के लौटने की प्रक्रिया और तेज होगी। सरकार के आंकड़ों के मुताबिक पहली एडवाइजरी जारी होने के बाद से अब तक 8 हजार लोगों को यूक्रेन से निकाला जा चुका है। वायुसेना के इस ऑपरेशन में जुड़ने के बाद एक साथ काफी छात्रों को तेजी से स्वदेश लाया जा सकेगा। भारतीय वायु सेना के कई C-17 विमान आज ऑपरेशन गंगा के तहत उड़ान शुरू कर सकते हैं।

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पैदल चलकर पहुंच रहे पोलैंड और रोमानिया बॉर्डर
हमले से दहशतजदा भारतीय छात्र किसी भी तरह यूक्रेन छोड़ना चाहते हैं। टैक्सी, बस नहीं मिल रही हैं तो वे  कई किमी पैदल चलने को मजबूर हैं। हालांकि, यूक्रेन रेलवे ने अपनी सेवाएं जारी रखी हैं, लेकिन ट्रेनों में भारी भीड़ और लेटलतीफी होने के कारण सभी छात्रों को यह सुविधा नहीं मिल पा रही। कई छात्रों के पास खाने का सामान भी नहीं बचा है। ऐसी स्थिति में इस्कॉन मंदिर और गुरुद्वारा आगे आए हैं। यूक्रेन का हवाई क्षेत्र रूसी हमले के कारण बंद है। ऐसे में इन्हें पड़ोसी देशों से मदद की उम्मीद है। पोलैंड-यूक्रेन सीमा तक लंबी पैदल यात्रा करने वाले भारतीय छात्रों ने एक फोटो शेयर किया है। इसमें ये एक खाली पड़ी सड़क पर पैदल चल रहे हैं।  

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सरकार अपने खर्च पर फंसे लोगों को वापस लाएगी 
विदेश मंत्रालय ने पोलैंड जाने वाले भारतीय छात्रों की मदद के लिए कुछ जगहों पर शिविर खोले हैं। यहां रूसी भाषी अधिकारियों को भेजा है। कुछ छात्रों का समूह यूक्रेन-रोमानिया सीमा के लिए भी रवाना हो गया है। इस बीच खबर है कि भारत सरकार उन भारतीयों को लाने के लिए उड़ानों का बंदोबस्त कर रही है, जो यूक्रेन के पड़ोसी देशों तक पहुंच रहे हैं। इन फंसे हुए लोगों को लाने का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी। दो चार्टर्ड उड़ानें आज बुखारेस्ट के लिए रवाना होने की संभावना है और एक उड़ान कल बुडापेस्ट के लिए रवाना होगी।

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