Big Controversy: 40 की उम्र के बाद हिंदू कैसे अधिक बच्चे पैदा करें, MP बदरुद्दीन ने सुझाया 'मुस्लिम फॉर्मूला'

असम की पॉलिटिकल पार्टी AIUDF के प्रेसिडेंट और धुबरी से सांसद बदरुद्दीन अजमलअकसर अपने बयानों से हंगामा खड़ा करते रहे हैं। इस बार उन्होंने हिंदुओं को 40 की उम्र के बाद अधिक बच्चे पैदा करने के लिए 'मुस्लिम फॉर्मूला' बताया है। हालांकि उनका यह बयान फजीहत का कारण बन गया है।

Amitabh Budholiya | Published : Dec 3, 2022 8:00 AM IST / Updated: Dec 06 2022, 07:54 AM IST

करीमगंज. असम की पॉलिटिकल पार्टी AIUDF के प्रेसिडेंट और धुबरी से सांसद बदरुद्दीन अजमल(AIUDF chief Badruddin Ajmal) अकसर अपने बयानों से हंगामा खड़ा करते रहे हैं। इस बार उन्होंने हिंदुओं को 40 की उम्र के बाद अधिक बच्चे पैदा करने के लिए 'मुस्लिम फॉर्मूला' बताया है। हालांकि उनका यह बयान फजीहत का कारण बन गया है। जानिए क्या कह गए इत्र के बड़े व्यापारी और नेता बदरुद्दीन...


गुजरात विधानसभा चुनाव के गर्म माहौल (Gujarat Assembly Election) के बीच AIUDF  के अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल ने असम के करीमगंज में एक कार्यक्रम के दौरान ऐसा बयान दे दिया, जिसने उन्हें निशाने पर ले लिया है। बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि, "वो (हिंदू) 40 साल से पहले गैरकानूनी तरीके से 2-3 बीवियां रखते हैं। 40 साल के बाद उनमें बच्चा पैदा करने की क्षमता कहां रहती है। उनको मुसलमानों के फॉर्मूले को अपनाकर अपने बच्चों की 18-20 साल की उम्र में शादी करा देनी चाहिए।"

बदरद्दीन के इस बयान की भाजपा सहित हिंदू संगठनों ने कड़ी आलोचना की है। बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बदरुद्दीन जैसे लोग हमें नसीहत न दें, सनातन धर्म में सदैव प्रेम की पूजा होती रही है। वहीं, हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज ने नाराजगी जताते हुए इसे समस्त बहू-बेटियों का अपमान करार दिया। चक्रपाणि ने कहा कि वे अजमल साहब से कहना चाहते हैं, इसलिए हिंदू सनातन को अपनाइए, क्योंकि हमारे यहां सात जन्म का रिश्ता होता है। हिंदुओं में स्त्री को बस बच्चा पैदा करने की मशीन नहीं समझा जाता है। हम सीता राम कहते हैं, राधा कृष्णा कहते हैं। यहां आएं हिंदुओं से सीखें और संतों से सीखें। चक्रपाणि ने कहा कि इनके अंदर मजहबी जिहाद भरा हुआ है। अगर ज्ञान लेना हो तो हिंदुओं से लें।"

भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि अजमल जी ने बहुत घटिया बयान दिया हे। उन्हें माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए जयवीर शेरगिल ने कहा कि मीडिया में बने रहने के लिए अजमल ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं। यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा विधायक दिगंत कलिता ने गुवाहाटी में अजमल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यहां बांग्लादेशी लोगों का कोई स्थान नहीं है। भाजपा सांसद पबित्रा मार्गेरिता ने अजमल के बयान को असंवैधानिक बताया। सांसद ने सीधा कहा कि सरकार को इसके एजेंडे के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए।


बदरुदीन अजमल का असम की पॉलिटिक्स में अच्छा दखल है। सेंट और परफ्यूम का बिजनेस करने वाले मौलाना अजमल कासमी 17वीं लोक सभा के सांसद हैं। वे 2019 में असम के धुबरी सीट से 'आल इंडिया यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट' पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर निर्वाचित हुए थे। मौलाना अजमल सेंट-परफ्यूम का बिजनेस करते हैं। उनका कारोबार 50 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है। माना जाता है कि उनकी पार्टी AIUDF का बंगाली मूल के मुस्लिमों पर गहरा प्रभाव है।  कासमी लगातार तीन बार 2009, 2014 और 2019 लोक सभा चुनाव में जीत दर्ज कर चुके हैं। 12 फरवरी, 1950 को नगांव में जन्मे कासमी ने 'दारुल उलूम देवबंद' से पढ़ाई की। 

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