Maharashtra : मलिक का आरोप - अमरावती हिंसा से पहले पैसे और शराब बांटी, साजिश में भाजपा भी शामिल

Published : Nov 15, 2021, 08:44 PM IST
Maharashtra : मलिक का आरोप - अमरावती हिंसा से पहले पैसे और शराब बांटी, साजिश में भाजपा भी शामिल

सार

महाराष्ट्र्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक (Nawab malik) ने  अमरावती हिंसा (amarawati Voilence) को लेकर भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है। सोमवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भाजपा (BJP) नेता अनिल बोंडे और अन्य नेताओं ने हिंसा की साजिश रची।

मुंबई। एनसीपी (NCP) नेता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक (Nawab malik) ने अमरावती हिंसा (amarawati Voilence) को लेकर भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा (BJP) नेता अनिल बोंडे और अन्य नेताओं ने हिंसा की साजिश रची। दंगे की पहली रात पैसे बांटे गए और युवाओं को शराब (liquor)बांटकर दंगा भड़काने की कोशिश हुई। पूरे राज्य में दंगा भड़काने की कोशिश थी, लेकिन राज्य की जनता ने ऐसा नहीं होने दिया।
नवाब मलिक ने कहा कि रजा अकादमी की इतनी औकात नहीं कि वो पूरे राज्य को बंद करवा दे। उनके कुछ मौलाना राजनीतिक दलों के दफ्तरों में घूमते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे पास फोटो है, जिसमें BJP नेता आशीष शेलार रजा अकादमी के ऑफिस में बैठे हैं। दोनों के बीच अच्छे संबंध हैं। मलिक ने कहा कि अगर रजा अकादमी का कोई दंगो में शामिल होगा तो उसकी जांच की जाएगी। सरकार किसी को बख्शेगी नहीं।

भाजपा नेता ने कहा- फोटो 2017 की 
इस बीच भाजपा विधायक आशीष शेलार ने भी अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि ये फोटो 2017 की है और वो रजा अकादमी के दफ्तर में नहीं ली गई है। उन्होंने कहा कि मेरे पास ऐसे कई फोटो हैं, जो बाहर निकलने पर नवाब मलिक मुंह छिपाने के लायक भी नहीं रहेंगे। इसलिए नवाब मलिक को ये फोटो वाली राजनीति बंद करनी चाहिए।

भाजपा नेता अनिल बोंडे समेत 110 की गिरफ्तारी :
अमरावती हिंसा मामले में अब तक 110 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। 25 मामले दर्ज हुए हैं। इनमें मुख्य आरोपी के तौर पर भाजपा नेता और पूर्व कृषि मंत्री अनिल बोंडे को भी गिरफ्तार किए गए हैं। अमरावती के मेयर चेतन गवांडे और BJP जिला अध्यक्ष समेत पार्टी के 10 पदाधिकारियों को दंगो की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है। सोमवार को बोंडे समेत 14 लोगों को कोर्ट में पेश किया गया, जिसमें उन्हें जमानत मिल गई।  
 
अमरावती में अब शांति  
त्रिपुरा हिंसा के विरोध में शुक्रवार को अमरावती में कई मुस्लिम संगठनों ने प्रदर्शन किया था। इसके विरोध में हिंदू संगठनों ने शनिवार को बंद बुलाया। इसी दौरान दंगों जैसी स्थिति बन गई। लाठीचार्ज और हंगामे के बीच अमरावती में कर्फ्यू लगा दिया गया। हालांकि, रविवार को वहां का माहौल शांत रहा। सोमवार को हजारों जवानों ने अलग-अलग जगह मार्च कर शांति बना रखने की अपील की। इलाके में धारा 144 लागू है।

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