केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को तमिलनाडु पहुंचे। यहां उन्होंने विल्लुपुरम में विजय संकल्प रैली को संबोधित किया। शाह ने कहा, सबसे पहले मैं बड़े दुख के साथ आप सभी के सामने क्षमा मांगना चाहता हूं कि मैं भारत की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक, सबसे मधुर भाषाओं में से एक तमिल भाषा में आपसे बात नहीं कर सकता इसके लिए मुझे बहुत दुख है।
चेन्नई. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को तमिलनाडु पहुंचे। यहां उन्होंने विल्लुपुरम में विजय संकल्प रैली को संबोधित किया। इस दौरान शाह ने वंशवाद को लेकर कांग्रेस और डीएमके पर निशाना साधा। अमित शाह ने कहा, सोनिया जी को चिंता है राहुल बाबा को प्रधानमंत्री बनाने की और स्टालिन जी को चिता है उधयनिधि को मुख्यमंत्री बनाने की।
शाह ने कहा, सबसे पहले मैं बड़े दुख के साथ आप सभी के सामने क्षमा मांगना चाहता हूं कि मैं भारत की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक, सबसे मधुर भाषाओं में से एक तमिल भाषा में आपसे बात नहीं कर सकता इसके लिए मुझे बहुत दुख है। मैं आपसे इसके लिए क्षमा मांगना चाहता हूं। उन्होंने कहा, तमिल देश की महान संस्कृति है, इसके बिना भारतीय संस्कृति अधूरी है। गृह मंत्री ने कहा, आने वाले चुनाव में एक ओर भाजपा और एआईएडीएमके का गठबंधन है। जो भाजपा के, रामचंद्रन जी के और जयललिता जी के सिद्धांतों पर चलेगा। दूसरी ओर डीएमके और कांग्रेस का गठबंधन है, जो वंशवाद पर विश्वास करता है।
कांग्रेस-डीएमके को अपने परिवार की चिंता
शहा ने कहा, एक ओर एआईएडीएमके-भाजपा NDA है जो देश को सुरक्षित करने, गरीबों का उत्थान करना चाहते हैं, देश के अर्थतंत्र को पटरी पर चलाना चाहते हैं और दूसरी ओर डीएमके और कांग्रेस पार्टी है जो अपने परिवार की ही चिंता करती है, भ्रष्टाचार से लिप्त रहती है।
2014 में जनता ने बड़ा फैसला किया- शाह
शाह ने कहा, 2014 में देश की जनता ने एक बहुत बड़ा फैसला लिया। एक लंबे समय के बाद पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई और नरेन्द्र मोदी जी को देश का प्रधानमंत्री बनाया। नरेन्द्र मोदी ने पहली बार लोकसभा में कदम रखे तो उन्होंने लोकसभा की मिट्टी को प्रणाम करके प्रवेश किया। मोदी जी ने लोकसभा में कहा कि भाजपा की सरकार गरीबों, पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों की सरकार होगी।
शाह ने कहा, 2022 में जब आजादी के 75 वर्ष होंगे, तब देश के हर गरीब के घर में नल से शुद्ध जल पहुंचाने का काम भाजपा की सरकार पूरा कर लेगी। अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए 59,000 करोड़ रुपये की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति अनुमोदित करने का काम भाजपा सरकार ने किया है।