शाह का कांग्रेस सरकार पर तंज- 70 साल तक गरीबी उन्मूलन का वादा किया लेकिन गरीबी नहीं हटी

शाह ने कहा कि जब 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता ग़रीब, पिछड़े, आदिवासी, दलित और महिलाएं है, तो कई लोगों ने कहा कि जो भी प्रधानमंत्री बनता है वो यही कहता है।

Asianet News Hindi | Published : Sep 18, 2021 3:54 PM IST

जबलपुर. केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को मध्यप्रदेश के जबलपुर में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2.0 का शुभारंभ किया। जिसके अंतर्गत एक करोड़ और ज़रूरतमंद महिलाओं को मुफ़्त रसोई गैस कनेक्शन दिए जाएंगे। शनिवार को पांच लाख महिलाओं को मुफ़्त रसोई गैस कनेक्शन, चूल्हा, रेग्युलेटर दिए गए। कार्यक्रम में केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य तथा पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी वीडियो कांफ्रेंस के ज़रिए शामिल हुए।

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इस दौरान अमित शाह ने कहा कि जब 2014 में देश में 30 साल के बाद किसी एक दल की पूर्ण बहुमत की सरकार आई और नरेन्द्र मोदी सर्वसम्मति से देश के प्रधानमंत्री चुने गए तब उन्होंने जनता का आभार प्रकट करते हुए कहा था कि हमारी सरकार देश के ग़रीबों, पिछड़ों, आदिवासियों, दलितों और बहनों के लिए है। शाह ने कहा कि जब 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता ग़रीब, पिछड़े, आदिवासी, दलित और महिलाएं है, तो कई लोगों ने कहा कि जो भी प्रधानमंत्री बनता है वो यही कहता है।

लेकिन, वर्ष 2014 से 2019 तक की पहली टर्म में नरेन्द्र मोदी ने जो कहा था वो करके दिखाया और उसे ज़मीन पर उतारने का काम किया। उज्ज्ववला योजना का ज़िक़्र करते हुए शाह ने कहा कि जब नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने तब क़रीब 13 करोड़ गैस सिलिंडर देश में थे लेकिन वो सारे अमीरों के घरों में थे, शहरों में थे। ग़रीब माता तो 2014 तक लकड़ियां, कंडे जलाकर, धुंआ खाकर घर का खाना पकाती थीं, जिसका धुंआ उनके फेफड़ों में जाकर उनकी सेहत को नुक़सान पहुंचाता था जिससे उसका जीवन काल संक्षिप्त हो जाता है।

इस दर्द को देश का कोई प्रधानमंत्री नहीं समझा था क्योंकि सारे प्रधानमंत्री ग़रीब घर से नहीं आते थे,  नरेन्द्र मोदी जी ने ग़रीबी देखी है और उन्होंने मां के इस दर्द को बख़ूबी पहचाना और वहीं से उज्जवला योजना की शुरूआत हुई। उज्जवला योजना की शुरूआत के कुछ ही सालों में देखते-देखते लगभग नौ करोड़ घरों में गैस सिलिंडर पहुंच गए और जिन घरों में बच्चे, बूढ़े, माताएं धुंए से बीमार होते थे, वो घर धुंआरहित हो गए।

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अमित शाह ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने आज़ादी के बाद 70 साल तक ग़रीबी उन्मूलन का वादा किया, लेकिन ग़रीबी वहीं की वहीं रही। योजना के नाम पर दिखावे के रूप में कुछ धन मिल जाये, 50-100 लोगों को घर मिल जाये, इस प्रकार की व्यवस्था करके वर्षों तक ग़रीबों के साथ छल करने का काम विपक्षी पार्टियों और उनके सहयोगियों ने किया।


केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार गरीब कल्याण के काम में लगी है, लेकिन जब थोड़े समय के लिए यहां दूसरी सरकार आई, तो उन्होंने पिछली सरकार द्वारा शुरू की गई 17 योजनाओं को बंद कर दिया। लेकिन, जब फिर हमारी सरकार बनी तो 17 की 17 योजनाओं को फिर से शुरू करने का कार्य किया गया और  यही बताता है कि हमारी पार्टी की प्राथमिकता क्या है और विपक्षी पार्टियों की प्राथमिकता क्या है। 

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