
BJP in Tamil Nadu 2026: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने तमिलनाडु (Tamil Nadu) के मदुरै (Madurai) में एक तेज़-तर्रार भाषण में यह दावा किया कि राज्य में 2026 के विधानसभा चुनावों में भाजपा (BJP) के नेतृत्व वाला गठबंधन सत्ता में आएगा।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु की जनता भ्रष्ट DMK शासन को उखाड़ फेंकने का इंतजार कर रही है। 2026 में तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल दोनों में भाजपा की सरकार तय है।
अमित शाह ने 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) को भारत की सैन्य दृढ़ता का प्रतीक बताया और कहा कि पाकिस्तान ने जब मिसाइल और ड्रोन छोड़े, तो भारत ने 100 किमी अंदर जाकर सर्जिकल स्ट्राइक कर दिखाई। यही है मोदी के नेतृत्व में भारत की ताकत। उन्होंने यह भी कहा कि इस ऑपरेशन ने तमिलनाडु के युवाओं में स्वदेशी रक्षा परियोजनाओं जैसे कावेरी इंजन (Cauvery Engine) को लेकर रुचि जगाई है।
DMK सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि इस सरकार ने अपने चुनावी वादों का 10% भी पूरा नहीं किया। तस्मैक (TASMAC) में 39,000 करोड़ का घोटाला हुआ है और अवैध शराब से मौतें हो रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी द्वारा भेजा गया पैसा जनता तक नहीं पहुंच रहा, DMK सरकार उसे डायवर्ट कर रही है।
अमित शाह ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) से पूछा कि सरकार तमिल भाषा में उच्च शिक्षा और इंजीनियरिंग शिक्षा को बढ़ावा क्यों नहीं देती। हालांकि शाह ने अपने भाषण में केंद्र द्वारा रोके गए ₹2,152 करोड़ के स्कूली फंड और जनसंख्या आधारित परिसीमन (Delimitation) जैसे विवादित मुद्दों पर चुप्पी साधी।
DMK प्रवक्ता डॉ सैयद हफीजुल्लाह ने पलटवार करते हुए कहा कि BJP अगर अमेरिका में सरकार बना ले तो भी तमिलनाडु में नहीं बना सकती। 39,000 करोड़ के घोटाले का आरोप BJP की कल्पनाशक्ति है।
यह शाह की भाजपा प्रदेश नेतृत्व में बदलाव के बाद तमिलनाडु की दूसरी यात्रा थी। अनामलाई की जगह नयनार नागेन्द्रन (Nainar Nagendran) को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद भाजपा ने अन्नाद्रमुक (AIADMK) के साथ गठबंधन को फिर सक्रिय किया है। हालांकि, जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय की कमी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। इसके अलावा सहयोगी पीएमके (PMK) में रामदास परिवार के भीतर मतभेद और DMDK द्वारा राज्यसभा सीट न दिए जाने को लेकर असंतोष भी NDA के लिए सिरदर्द बन रहा है।
ऐसी अटकलें थीं कि अमित शाह इस रैली में NDA के सहयोगियों को मंच पर दिखाएंगे लेकिन यह पूरा कार्यक्रम अंततः एक BJP केंद्रित रैली बन गया।