जाति जनगणना की मांग पर कांग्रेस में मतभेद, वरिष्ठ नेता बोले- इंदिरा गांधी, राजीव गांधी की विरासत का होगा अपमान

कांग्रेस के सीनियर नेता आनंद शर्मा ने कहा कि पार्टी को जाति जनगणना की मांग नहीं करनी चाहिए। इसे इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की विरासत के अपमान के रूप में समझा जा सकता है।

 

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जाति जनगणना की मांग को लोकसभा चुनाव 2024 में बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश की है। इस बीच कांग्रेस में ही इस मुद्दे पर मतभेद सामने आए हैं। कांग्रेस के एक सीनियर नेता आनंद शर्मा ने कहा है कि पार्टी को जाति जनगणना की मांग नहीं करनी चाहिए। इससे इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की विरासत का अपमान होगा। कांग्रेस ने कभी जाति की राजनीति का समर्थन नहीं किया।

आनंद शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर जाति जनगणना की मांग पर अपनी आपत्ति जताई है। पत्र में उन्होंने कहा है कि जाति जनगणना की मांग को पार्टी के पूर्व नेताओं इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का अनादर करने के रूप में गलत समझा जा सकता है।

Latest Videos

आनंद शर्मा ने याद दिलाया कि इंदिरा गांधी के 1980 में "ना जात पर न पात पर, मोहर लगेगी हाथ पर" का नारा दिया था। 1990 में राजीव गांधी ने "जातिवाद" को चुनावी फैक्टर बनाने का विरोध किया था। शर्मा ने कहा, "ऐतिहासिक पद से हटना देश भर के कई कांग्रेसी पुरुषों और महिलाओं के लिए चिंता का विषय है। इस पर विचार करने की आवश्यकता है। मुझे लगता है कि इसे इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की विरासत का अनादर करने के रूप में गलत समझा जाएगा।"

जाति जनगणना की मांग का मुद्दा लेकर चुनाव में जा रही कांग्रेस

गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में जाति आधारित सर्वे कराया था। तब नीतीश महागठबंधन में थे। इस सर्वे के बाद कांग्रेस ने जाति जनगणना कराने की मांग को देशभर में उठाना शूरू कर दिया। राहुल गांधी ने इस मुद्दे को जोर शोर से उठा रहे हैं। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 में इस अपना मुख्य मुद्दा बनाया है। राहुल गांधी ने दावा किया है कि केंद्र में विपक्षी गठबंधन की सरकार बनी तो देशभर में जाति जनगणना कराई जाएगी।

यह भी पढ़ें- इनकम टैक्स विभाग की कार्रवाई पर राहुल बोले- देश में नहीं लोकतंत्र, PM कर रहे क्रिमिनल एक्शन

इस मुद्दे पर आनंद शर्मा ने कहा कि पार्टी के कुछ गठबंधन सदस्यों ने लंबे समय से जाति-आधारित राजनीति की है। सामाजिक न्याय पर कांग्रेस की नीति भारतीय समाज की जटिलताओं की परिपक्व और सूचित समझ पर आधारित है। जाति भारतीय समाज की एक वास्तविकता है। कांग्रेस कभी भी पहचान की राजनीति में शामिल नहीं हुई है और न ही इसका समर्थन किया है। यह लोकतंत्र के लिए हानिकारक है।

यह भी पढ़ें- रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस से पूछा- देश के लोग वोट नहीं दे रहे तो हम क्या करें, प्रचार करें क्या?

Read more Articles on
Share this article
click me!

Latest Videos

Bank Holiday 2025: आ गई छुट्टियों की लिस्ट, जानें 2025 में कब-कब बंद रहेंगे बैंक
LIVE🔴: आप के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस | AAP
महाकुंभ में मुस्लिमों की नो एंट्री! मोहम्मद कैफ ने दे दिया जवाब #Shorts
Benjamin Netanyahu Health: जंग के बीच क्यों बदल गया इजराइल का प्रधानमंत्री, नेतन्याहू को क्या हुआ?
'अब केजरीवाल पुजारियों को देंगे धोखा' Pujari Granthi Samman Yojana पर भड़की BJP #Shorts