सांसद ने सबके सामने चाटे शहीद पुलिसवाले के जूते, देखकर सन्न रह गए लोग

Published : Dec 21, 2019, 09:52 AM ISTUpdated : Dec 21, 2019, 10:02 AM IST
सांसद ने सबके सामने चाटे शहीद पुलिसवाले के जूते, देखकर सन्न रह गए लोग

सार

दरअसल रेड्डी ने बुधवार को पार्टी की एक बैठक में कहा था कि टीडीपी के फिर से सत्ता में आने पर पुलिस वालों को अपने जूते चाटने होंगे। अनंतपुर जिले के पुलिस अधिकारियों के संघ ने उन्हें बिना शर्त के माफी मांगने को कहा। 

अनंतपुर. आंध्र प्रदेश में वायएसआर कांग्रेस पार्टी के एक सांसद ने शहीद पुलिसकर्मी के जूते चूमे हैं। ये खबर देशभर में सनसनी मचाए हुए है। दरअसल इसके पीछे सांसद का मकसद पुलिवालों की अथक मेहनत और ईमानदारी से सेवाभाव को सम्मान देना था। 

सांसद गोरंतला माधव ने तेलुगू देशम पार्टी के नेता जे.सी. दिवाकर रेड्डी द्वारा की गयी कथित तौर पर टिप्पणी के खिलाफ अपना विरोध दर्ज किया। उसके लिए उन्होंने एक शहीद पुलिसकर्मी के जूते चूमे और साफ किये। पुलिसवालों के खिलाफ की गई असम्मानजनक टिप्पणी के लिए वह रेड्डी से लगातार माफी की मांग कर रहे हैं। 

आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में हिंदूपुर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले माधव ने यह भी घोषणा की कि पार्टी आलाकमान द्वारा अनुमति दिए जाने पर वह टीडीपी नेता को सबक सिखाने के लिए अपनी सांसद सीट से इस्तीफा दे देंगे। इसके साथ ही वो पुलिस विभाग में शामिल हो जाएंगे। 

क्या है मामला- 

दरअसल रेड्डी ने बुधवार को पार्टी की एक बैठक में कहा था कि टीडीपी के फिर से सत्ता में आने पर पुलिस वालों को अपने जूते चाटने होंगे। अनंतपुर जिले के पुलिस अधिकारियों के संघ ने उन्हें बिना शर्त के माफी मांगने को कहा। अगर वो ऐसा नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया जायेगा। 

इंस्पेक्टर रह चुके हैं जूते चूमने वाले सांसद  

अपने पद को छोड़ने और इस साल मई में लोकसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित होने से पहले, कादिरी पुलिस स्टेशन में काम करने वाले इंस्पेक्टर माधव ने कहा कि रेड्डी की ओर से पुलिस बलों का अपमान करना दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस कानून व्यवस्था और देश की अखंडता की रक्षा करती है।

माधव ने कहा, मैंने दिवाकर रेड्डी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दर्ज करने के लिए अनंतपुर में शहीद हुए एक पुलिसकर्मी का जूता साफ किया और चूमा। पुलिसवालों ने लोगों की जान बचाने और देश की रक्षा करने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। पुलिसवालों के सम्मान में मैं उनके बूट चूमकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहा हूं। 
 

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