स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता पुरस्कारों का ऐलान कर दिया है। एक कीर्ति चक्र नायक देवेंद्र प्रताप सिंह को दिया गया है। जबकि केंद्र सरकार ने आठ शौर्य चक्र का भी ऐलान किया है। इसमें दो वीरों को मरणोपरांत सम्मानित किया जा रहा है।
नई दिल्ली। देश आजादी का 75वां वर्षगांठ मना रहा है। आजादी दिवस की पूर्व संध्या पर देश रक्षा में अपना सर्वाेच्च न्योछावर करने वाले वीरों को सम्मानित किया गया। देश सेवा के दौरान वीरता का अद्भुत प्रदर्शन करने वाले वीरों में भारतीय सेना के डॉग स्क्वायड की डॉग एक्सेल (Army Dog Axel) भी शामिल था। जम्मू-कश्मीर में एंटी-टेररिस्ट ऑपरेशन में अपनी जाबांजी दिखाने वाले एक्सेल को ‘मेंशन इन डिस्पेचेस’ अवार्ड से सम्मानित किया गया। एक्सेल काे सम्मान मरणोपरांत मिल रहा है।
जर्मन मेलिनोइस डॉग एक्सेल ने असाधारण वीरता का किया प्रदर्शन
भारतीय सेना के हमलावर बेल्जियन मेलिनोइस डॉग एक्सेल को वीरता अवॉर्ड ‘ मेंशन इन डिस्पेचेस’ से सम्मानित किया गया है। डॉग एक्सेल को यह अवार्ड मरणोपरांत दिया जा रहा है। एक्सेल पिछले महीने जम्मू-कश्मीर में एंटी टेररिस्ट एक्टीविटीज में एक्सेल की जांबाजी पर यह अवार्ड दिया गया है। दरअसल, 31 जुलाई को बारामुला के वानीगाम में जब भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों ने एक मकान में छिपे आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया। तो इसमें डॉग स्क्वॉड को भी शामिल किया गया।
एक्सेल की पीठ पर लगा था कैमरा
डॉग एक्सेल की पीठ पर एक कैमरा लगाया गया, ताकि उसके द्वारा की जाने वाली रूम इंटरवेंशन के दौरान आतंकवादियों की सही जानकारी सेना तक पहुंच सके और वह आसानी से ऑपरेशन को अंजाम दे सकें। जैसे ही एक्सेल मुठभेड़ स्थल पर मकान में दाखिल हुआ तो आतंकियों ने इस पर फायरिंग कर दी। तीन गोलियां लगने से उसकी जान चली गई।
2020 में जन्म लिया था एक्सेल ने
एक्सल का जन्म 26 जून, 2020 को हुआ था। वह दिसंबर 2021 में भारतीय सेना की 26 आर्मी डॉग यूनिट में शामिल हुआ था। एक्सेल को हथियार को देखकर दुश्मन को चार्ज करने और बेअसर करने के लिए प्रशिक्षित किया गया। उन्हें बैक-माउंटेड कैमरा ले जाने के लिए भी प्रशिक्षित किया गया था।
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