30 जून से शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा( annual Amarnath Yatra) के लिए अब तक करीब तीन लाख तीर्थयात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। तीर्थयात्रियों का पहला जत्था यात्रा की आधिकारिक शुरुआत से एक दिन पहले भगवती नगर और जम्मू के राम मंदिर से कश्मीर के जुड़वां आधार शिविरों के लिए रवाना होगा। यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन पर्व पर समाप्त होगी।
जम्मू. दक्षिण कश्मीर हिमालय में अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था के बीच 30 जून से शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा( annual Amarnath Yatra) के लिए अब तक करीब तीन लाख तीर्थयात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (SASB) वार्षिक तीर्थयात्रा का मैनेजमेंट देखती है। SASB ने अपनी वेबसाइट के अलावा देश भर के विभिन्न बैंकों की 566 नामित शाखाओं(designated branches) के जरिये 11 अप्रैल से 43 दिवसीय यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के रजिस्ट्रेशन की शुरुआत की थी। (जम्मू: एक साधु ने 27 जून को जम्मू में अमरनाथ यात्रा के राम मंदिर बेस कैम्प में त्रिशूल धारण किया। साधुओं सहित सैकड़ों तीर्थयात्री पहले ही जम्मू पहुंचने लगे हैं और धार्मिक सद्भाव और भाईचारे की प्रतीक तीर्थ यात्रा को लेकर उत्साहित हैं।)
जानिए अमरनाथ यात्रा से जुड़ीं कुछ खास जानकारियां
अमरनाथ यात्रा दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर के नुनवान और मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर छोटे बालटाल से शुरू होगी। कोविड के चलते यह दो साल से बंद थी।
तीर्थयात्रियों का पहला जत्था यात्रा की आधिकारिक शुरुआत से एक दिन पहले भगवती नगर और जम्मू के राम मंदिर से कश्मीर के जुड़वां आधार शिविरों के लिए रवाना होगा। यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन पर्व पर समाप्त होगी।
SASB के एक अधिकारी ने कहा ने बताया कि यात्रा के लिए अब तक करीब तीन लाख तीर्थयात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। यात्रा 13 वर्ष से कम या 75 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों के अलावा 6 सप्ताह से अधिक की गर्भवती महिलाओं के लिए नहीं है
सरकार, इस वर्ष तीर्थयात्रियों के लिए एक रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) प्रणाली शुरू कर रही है, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रास्ते में उनकी आवाजाही पर नज़र रखी जा सके।
सरकार द्वारा आर्टिकल 370 को निरस्त करने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने से पहले ( 5 अगस्त, 2019) 1 जुलाई से 1 अगस्त 2019 तक प्राकृतिक रूप से बने बर्फ-शिवलिंगम के आवास यानी मंदिर में 3.42 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने पूजा की थी।
जम्मू के ADGP मुकेश सिंह ने कहा कि यात्रा के लिए सुरक्षा संबंधी इंतजाम पूरे हैं, जो विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी और बेहतर समन्वय के तहत हैं। उन्होंने कहा, "हमें पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी मुहैया कराए गए हैं।" उन्होंने विश्वास जताया कि यात्रा शांतिपूर्ण माहौल में होगी। एडीजीपी ने कहा कि चूंकि यात्रा के दौरान आतंकवादियों द्वारा तोड़फोड़ सबसे बड़ी चुनौती है, इसलिए पुलिस ने जनता, विशेषकर ड्राइवरों को विभिन्न कदमों के बारे में सूचित करने के लिए जागरुकता अभियान भी शुरू किया है।
उधमपुर के सीनियर SP ने जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर पड़ने वाले जिले में एक जागरुकता अभियान शुरू किया है, ताकि ड्राइवरों को स्टिकी बमों के खतरे के बारे में पता चल सके।
इस वर्ष की यात्रा के दौरान SASB ने डेली रूट वाइज तीर्थयात्रियों को 10,000 तक सीमित करने का निर्णय लिया है, जिसमें हेलीकॉप्टर से यात्रा करने वालों को शामिल नहीं किया गया है।
बोर्ड ने 2.75 किलोमीटर लंबे बालटाल से डोमेल तक तीर्थयात्रियों के लिए मुफ्त बैटरी कार सेवा का विस्तार करने का भी फैसला किया है।
जम्मू-कश्मीर के डोडा में गिरफ्तार आतंकी
जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया और उसके पास से हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। उसे पाकिस्तान स्थित आकाओं ने जिले में पुलिसकर्मियों पर हमला करने का काम सौंपा था। पुलिस ने कहा कि अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस दल ने रविवार रात डोडा शहर के बाहरी इलाके में एक चौकी पर एक व्यक्ति को रोका और उसकी तलाशी के दौरान पाया कि वह हथियार और गोला-बारूद ले जा रहा था। उनकी पहचान डोडा के कोटी गांव के निवासी फरीद अहमद के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि उसके पास से एक चीनी पिस्तौल, दो मैगजीन, 14 जिंदा कारतूस और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है।
अमरनाथ यात्रा की व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई
जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में अगले महीने शुरू होने वाली बुद्ध अमरनाथ यात्रा के लिए अधिकारियों ने रविवार को सुरक्षा और अन्य प्रबंधों की समीक्षा की। यात्रा 29 जुलाई को शुरू होगी और 8 अगस्त को श्री दशनामी अखाड़ा पुंछ से 'चारी मुबारक' के प्रस्थान के साथ समाप्त होगी। अधिकारियों ने बताया कि एडीजीपी मुकेश सिंह और जम्मू के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने मंडी में बुद्ध अमरनाथ मंदिर का दौरा किया और माथा टेका। भगवान शिव को समर्पित बुद्ध अमरनाथ मंदिर, जम्मू क्षेत्र के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है, और यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में भक्तों को आकर्षित करता है।
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