तौकते गया, तो 'यास' का खतरा, ओडिशा के कई जिलों में अलर्ट, दक्षिण रेलवे ने करीब 22 ट्रेनें कैंसल कीं

Published : May 22, 2021, 10:48 AM ISTUpdated : May 22, 2021, 03:30 PM IST
तौकते गया, तो 'यास' का खतरा, ओडिशा के कई जिलों में अलर्ट, दक्षिण रेलवे ने करीब 22 ट्रेनें कैंसल कीं

सार

मुंबई और गुजरात में भारी तबाही मचाने वाले तूफान तौकते के कमजोर पड़ने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन अब आज से एक नये तूफान 'यास' का खतरा मंडराने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, यह तूफान आज चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। इसका असर अगले 3-4 दिनों तक बने रहने की आशंका है। इस बीच ओडिशा के कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। यास के खतरे को देखते हुए दक्षिण रेलवे ने लगभग 22 ट्रेनों को रद्द किया है।

नई दिल्ली. तौकते के बाद एक नया चक्रवाती तूफान 'यास' दस्तक दे रहा है। मौसम विभाग ने इसे लेकर चेतावनी जारी की है। IMD के वैज्ञानिक राजेंद्र कुमार जेनामनी ने बताया-अंडमान के उत्तरी भाग और पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक और चक्रवाती तूफान बन रहा है। इसमें आज लो प्रेशर और 23 को डिप्रेशन  शुरू होगा। यह 24-25 मई को चक्रवाती तूफान बन जाएगा। इसका नाम 'यास' है। 26 मई की शाम से ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बारिश शुरू हो जाएगी। यास के खतरे को देखते हुए दक्षिण रेलवे ने लगभग 22 ट्रेनों को रद्द किया है।

ओडिशा के कई जिलों में अलर्ट

  • बता दें कि तौकते तूफान ने मुंबई और गुजरात में भारी तबाही मचाई थी। हालांकि यह कमजोर होकर राजस्थान के रास्ते हिमालय को कूच कर गया था। लेकिन इसके असर से राजस्थान, दिल्ली, यूपी, हरियाणा और उत्तर भारत के कुछ इलाकों में बारिश हुई थी। मध्य प्रदेश में भी बारिश हुई थी। इसके कमजोर पड़ने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन अब आज से एक नये तूफान 'यास' का खतरा मंडराने लगा है। इसका असर अगले 3-4 दिनों तक बने रहने की आशंका है। इस बीच ओडिशा के 30 में से 14 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।
  • केंद्र सरकार ने भी इसके दायरे में आ रहे राज्यों को अलर्ट किया है। ओडिशा के मुख्य सचिव एससी मोहपात्रा ने कहा कि राज्य सरकार ने भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल को स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का आग्रह किया है। यास 26 मई को ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों से टकरा सकता है।
  • उधर, मौसम विभाग यह भी मानता है कि यास का तौकते जैसा असर नहीं पड़ेगा। क्योंकि इस समय मानसून की प्रक्रिया होती है और मानसून बड़े इलाके को कवर करता है, जबकि चक्रवात सीमित क्षेत्र में असर करता है। बता दें कि पश्चिमी इलाकों में मानसून की आहट हो चुकी है।


यह भी जानें...
उधर, तौकते के असर से समुद्र में डूबे बार्ज-P305 मामले में अभी भी सर्चिंग ऑपरेशन जारी है। INS कोच्चि के कमांडिंग ऑफिसर ने बताया-हमने 17 मई की शाम को लोगों को बचाना शुरू किया। उसके अगले दिन तक लगभग 125 लोगों को हमने बचा लिया। आईएनएस कोलकाता, नौसेना के जहाजों और विमानों के संयुक्त प्रयासों से हमने 188 लोगों को बचाया। अभी भी 8-10 यूनिट लोगों की तलाश कर रही हैं। इधर, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भावनगर ज़िले के माहुवा तालुका गांव में तौकते चक्रवात से हुए नुकसान का हवाई जहाज के द्वारा जायजा लिया।

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