दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बुधवार को कहा कि इसी साल कश्मीर में चुन-चुनकर 16 कश्मीरी पंडितों को मारा गया। 90 के दशक वाला आतंक फिर से वापस आ रहा है।
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बुधवार को कहा कि कश्मीरी पंडित बहुत दुखी हैं। उनकी सरकार से बस एक ही मांग है कि आतंकवादियों से उन्हें सुरक्षा दी जाए। कश्मीरी पंडित वापस हिम्मत करके कश्मीर में बसे थे। अब उनके साथ वही हो रहा है जो 90 के दशक में हुआ था।
केजरीवाल ने कहा कि कश्मीरी पंडितों को चुन-चुनकर मारा जा रहा है। इसे रोकने के लिए कोई कुछ नहीं कर रहा है। जब कश्मीरी पंडित इसका विरोध करते हैं तो उन्हें उनकी ही कॉलोनी में बंद कर दिया जाता है ताकि वे आवाज नहीं उठा सकें। 16 कश्मीरी पंडितों को इसी साल चुन-चुनकर मारा गया।
कश्मीर के आम लोग यह चाहते हैं कि हिंदू और मुसलमान एक साथ सुख से रहें, लेकिन आतंकवादी ताकतें यह नहीं चाहतीं। उनकी एकता आतंकवादी ताकतों के लिए सबसे बड़ा खतरा है। आज कश्मीरी पंडित वापस कश्मीर आना चाहते हैं। कश्मीरी पंडितों के लिए कश्मीर उनकी जन्मभूमि है, वे और कहां जाएंगे?
कश्मीर छोड़ रहे कश्मीरी पंडित
केजरीवाल ने कहा कि कश्मीरी पंडित आजकल कश्मीर छोड़कर जम्मू या किसी और राज्य जाने को मजबूर हो रहे हैं। वापस वही वक्त आ रहा है जो 90 के दशक में था। अपने जीवन में कश्मीरी पंडितों के साथ दूसरी बार ऐसा हो रहा है कि हम उन्हें सुरक्षा नहीं दे पाए। केजरीवाल ने कहा कि मेरी मांग है कि उनको उचित सुरक्षा दी जाए। उनकी मांग नहीं दबायी जाए।
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उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोगों को कश्मीर में अपना घर बसाने का हक मिलना चाहिए। केंद्र सरकार से विनती है कि कश्मीरी पंडितों को कश्मीर में बसाने के लिए सबको एक साथ मिलकर काम करना होगा। हमारी इसमें जो भी भूमिका होगी हम निभाने के लिए तैयार हैं।
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