आर्यन खान ड्रग्स केस (Aryan Khan Drugs Case) से शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला अब महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Nawab malik) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) के बीच व्यक्तिगत लड़ाई तक पहुंच गया है। मलिक ने वानखेड़े के जाति प्रमाण पत्र (caste certificate) पर सवाल उठा रखे हैं। इस मामले में 22 नवंबर को बॉम्बे हाईकोर्ट एक आदेश निकालेगी।
मुंबई. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े की याचिका पर 22 नवंबर को बॉम्बे हाईकोर्ट एक आदेश पारित करेगी। याचिका में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Nawab malik) के खिलाफ अंतरिम राहत की मांग उठाई गई है। साथ ही कहा गया कि उन्हें मीडिया में जाकर वानखेड़े परिवार के खिलाफ अपमानजनक सामग्री पेश करने से रोका जाए।
ड्रग्स केस में लगातार नया मोड़
आर्यन खान ड्रग्स केस (Aryan Khan Drugs Case) से शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला अब महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Nawab malik) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) के बीच व्यक्तिगत लड़ाई तक पहुंच गया है। मलिक ने वानखेड़े के जाति प्रमाण पत्र (caste certificate) पर सवाल उठा रखे हैं।
18 नवंबर को मलिक ने लगाए थे ये आरोप
नवाब मलिक (Nawab malik) ने 18 नवंबर को एक नया खुलासा किया था। उन्होंने समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) का स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (school leaving certificate) जारी किया था। मलिक ने इस सर्टिफिकेट के जरिए वानखेड़े पर मुस्लिम (Muslim) होने का आरोप लगाया है। मलिक ने दो सर्टिफिकेट पेश किए हैं, जो सेंट जोसेफ हाईस्कूल और सेंट पॉल हाईस्कूल का लिविंग सर्टिफिकेट है। यह दोनों सर्टिफिकेट समीर वानखेडे के हैं, जिनमें उनका पूरा नाम समीर दाऊद वानखेडे़ लिखा है। इसके अलावा मलिक ने वानखेड़े पर जाली नोट नेटवर्क के भी आरोप लगाए हैं।
हालांकि मलिक के नकली सर्टीफिकेट बनाकर नौकरी पाने के आरोप पर वानखेड़े ने सफाई दी और कोर्ट में अपना बर्थ सर्टिफिकेट पेश किया है, जिसमें उनका नाम समीर ज्ञानदेव वानखेडे़ दर्ज है। वानखेडे के मुताबिक, उनकी माताजी मुस्लिम थीं, इसलिए शुरुआती दिनों में स्कूल में उन्होंने अपने बेटे का धर्म मुस्लिम लिखवाया था, लेकिन प्राइमरी के बाद उनके पिताजी ने तहसील ऑफिस से लेकर BMC तक इसका सुधार करवाया, जिसके डॉक्यूमेंट वानखेड़े ने कोर्ट को दिए हैं।
समीर के पिता नवाब के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं
जाति प्रमाण पत्र के मामले के अलावा समीर के पिता ज्ञानदेव ने नवाब मलिक के ऊपर मानहानि का मुकदमा भी लगाया है। ध्यानदेव वानखेड़े ने 8 नवंबर को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत उनके परिवार की जाति के बारे में झूठे आरोप लगाने के लिए मलिक के खिलाफ मुंबई (Mumbai) में ओशिवारा डिवीजन के सहायक पुलिस आयुक्त के पास अपनी शिकायत की थी। ध्यानदेव का कहना है कि मलिक ने उनके परिवार की जाति को लेकर झूठा और अपमानजनक बयान दिया है। समीर के पिता ने कहा कि समीर वानखेड़े के पिता ने अपनी शिकायत में आगे कहा, 'आरोपी के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण), अधिनियम 1989 की धारा 3 और भारतीय दंड की धारा 503, 508, 499, संहिता 1860 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 की धारा 66ई के तहत के प्राथमिकी दर्ज कर की जाए।
समीर के पिता ने मानहानि का मुकदमा भी ठोका है
समीर के पिता ने बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख करके नवाब मलिक के खिलाफ पिछले दिनों मानहानि(defamation) का केस भी दर्ज कराया है। ध्यानदेव वानखेड़े के वकील अर्शद शेख ने कहा कि नवाब मलिक वानखेड़े के परिवार को फ्रॉड कह रहे हैं। उनके धर्म और जाति पर सवाल उठा रहे हैं। वे उनकी बेटी यास्मीन का करियर बर्बाद कर रहे हैं। यास्मीन क्रिमिनल लॉयर है। वो नारकोटिक्स केस में वकालात नहीं करती।
नवाब मलिक ने समीर के निकाह की तस्वीर tweet की
NCP लीडर नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के निकाह की एक तस्वीर tweet की है। इसमें वे मुस्लिम रीति-रिवाजों से निकाह की रस्में अदा करते दिखाई दे रहे हैं। ये तस्वीर मलिक ने रविवार देर रात tweet की थी। इस पर मलिक ने लिखा-कबूल है, कबूल है, कबूल है...यह क्या किया तूने Sameer Dawood Wankhede?
pic.twitter.com/VaVMZbrNo0
यह भी पढ़ें
समीर वानखेड़े की सफाई- मां ने बर्थ सर्टिफिकेट में लिखवा दिया था मुस्लिम धर्म, पिता को पता चला तो सुधार करवाया
Aryan Khan Drug Case: फडणवीस का आरोप, नवाब मलिक का दाऊद इब्राहिम गैंग से संबंध, 3.5 Cr की जमीन 20 लाख में ली
Aryan Khan Drug Case:समीर वानखेड़े के पिता का फूटा गुस्सा-'नवाब उनकी बेटी के करियर को बर्बाद कर रहे'
Aryan Khan Drug Case: नवाब मलिक का इल्जाम-'फडणवीस के संरक्षण में जाली नोट का धंधा वाया बांग्लादेश दाऊद तक'