अशोक गहलोत ने कहा कि आज राजग सरकार आजादी के पहले और बाद की हमारी विरासत को भुला कर राजनीति करना चाहती है, लेकिन यह अच्छी परंपरा नहीं है।
जयपुर: जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों पर लाठी चार्ज को लेकर केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार व भाजपा नेताओं पर कटाक्ष करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि जवाहरलाल नेहरु के नाम से कुछ लोगों का बीपी (रक्तचाप/ब्लड प्रेशर) बढ़ जाता है।
जेएनयू घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया में गहलोत ने बिना किसी का नाम लिए कहा, ‘'यह तो पीछे पड़े हुए हैं जेएनयू के, जहां जवाहरलाल नेहरु का नाम आता है वहां इनका बीपी बढ़ जाता है। उस रूप में फिर यह लोग कार्रवाई करते हैं। इस रूप में लोगों को गुमराह करते हैं मैं समझता हूं कि यह परंपराए ठीक नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि आज राजग सरकार आजादी के पहले और बाद की हमारी विरासत को भुला कर राजनीति करना चाहती है, लेकिन यह अच्छी परंपरा नहीं है।
गहलोत का आरोप, नई पीढ़ी को गुमराह कर रहे हैं राजग नेता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी टीम पर नेहरु, मौलाना आजाद, बाबा साहेब आंबेडकर व इंदिरा गांधी आदि जैसी हस्तियों को याद नहीं करने का आरोप लगाते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘अगर हम उन्हें याद नहीं करेंगे और जानबूझकर कर उनकी अनदेखी करेंगे जैसे आज राजग सरकार के नेता कर रहे हैं, विशेष रूप से प्रधानमंत्री मोदी और उनकी टीम। यह परंपराए अच्छी नहीं है, देश हित में नहीं है, नई पीढ़ी को गुमराह करेंगे तो उससे सिर्फ देश का नुकसान होगा, मेरा ऐसा मानना है।’’ गहलोत ने कहा, ‘‘मैं उनसे अपील करना चाहूंगा कि अपनी सोच को बदलें और जिसका जो योगदान है, जिस रूप में है, उसे उसी रूप में देश को बताएं।’’
उन्होंने राजग नेताओं पर सोशल मीडिया के माध्यम से नई पीढ़ी को गुमराह करने का आरोप लगाया।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)