न एंबुलेंस मिला न स्ट्रेचरः कोरोना पाॅजिटिव ससुर को पीठ पर लादकर अस्पताल पहुंचाया, हो रही आदर्श बहू की तारीफ

स्वास्थ्य केंद्र ने उसे कोविड सेंटर ले जाने के लिए कहा। कोविड सेंटर 21 किलोमीटर दूर ले जाने के लिए एंबुलेंस भी नहीं मिला।

Asianet News Hindi | Published : Jun 9, 2021 5:30 PM IST

गुवाहाटी। असम की रहने वाली एक बहू सोशल मीडिया पर वाहवाही बटोर रही है। काम ही उसने ऐसा किया है कि कोई भी उसकी तारीफ किए बिना नहीं रह पा रहा। कोरोना पीड़ित ससुर को अस्पताल पहुंचाने के लिए इस बहू ने कोई सवारी नहीं मिलने पर अपनी पीठ पर लादकर पहुंचाया। मदद को कोई तो नहीं आया लेकिन किसी ने इस घटना की फोटो सोशल मीडिया पर जरूर डाल दी। यह तस्वीर राज्य के विकास की पोल भी खोल रही।

यह है मामला

असम के राहा क्षेत्र के भाटिगांव की रहने वाली निहारिका दास के ससुर अचानक बीमार पड़ गए। 2 जून को कोरोना पाॅजिटिव का लक्षण दिखने के बाद निहारिका उनको अस्पताल ले जाने के लिए सोची। लेकिन कोई सवारी नहीं मिली। सुपारी विक्रेता थुलेश्वर दास को निहारिका ने अपनी पीठ पर लादा और करीब दो किलोमीटर का सफर तय कर रिक्शा स्टैंड तक पहुंची। यहां उसने रिक्शे का इंतजाम किया और फिर ससुर को लेकर अस्पताल पहुंची। 

कोई दूसरा विकल्प नहीं था

निहारिका ने बताया कि उनके घर तक आॅटो रिक्शा आ सके ऐसा नहीं रोड नहीं है। ससुर की हालत बेहद खराब थी, वह चलने की स्थिति में नहीं थे। पति भी काम के सिलसिले में सिलीगुड़ी में रहते हैं। ऐसे में ससुर की जान बचाने के लिए उनको पीठ पर लादकर ले जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। 

न स्ट्रेचर मिला न ले जाने के लिए एंबुलेंस  

निहारिका के अनुसार ससुर जांच के बाद स्वास्थ्य केंद्र ने उसे कोविड सेंटर ले जाने के लिए कहा। कोविड सेंटर 21 किलोमीटर दूर ले जाने के लिए एंबुलेंस भी नहीं मिला। वह एक प्राइवेट गाड़ी किराए पर ली। उनको लेकर कोविड सेंटर पहुंचाया। यहां भी उसकी समस्या कम न हुई। स्ट्रेचर नहीं मिलने पर फिर उनको पीठ पर ही लादकर अंदर पहुंचाया। अर्धबेहोशी की हालत में ससुर को अस्पताल के वार्ड में ले जाने में सीढ़ियां चढ़नी पड़ी। सभी उसे घूर रहे थे लेकिन कोई मदद को आगे नहीं आया। 

पर बचा न सकी अपने ससुर को

निहारिका खुद पाॅजिटिव हो गई है। उसने बताया कि उसके ससुर रिकवर कर रहे थे लेकिन 5 जून को उनकी हालत बिगड़ी। उनको स्वास्थ्य केंद्र से गुवाहाटी मेडिकल काॅलेज रेफर कर दिया गया। लेकिन सोमवार को उनकी मौत हो गई। 
 

 

Asianet News का विनम्र अनुरोधः आईए साथ मिलकर कोरोना को हराएं, जिंदगी को जिताएं... जब भी घर से बाहर निकलें माॅस्क जरूर पहनें, हाथों को सैनिटाइज करते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। वैक्सीन लगवाएं। हमसब मिलकर कोरोना के खिलाफ जंग जीतेंगे और कोविड चेन को तोडेंगे। #ANCares #IndiaFightsCorona

Share this article
click me!